

पुलिस महानिदेशक सीताराम मरडी के अनुसार अभी तक 167 लोगों की पहचान कर उन्हें क्वारंटीन केंद्रों में भेजा गया है। इसके साथ ही तब्लीगी जलसे से जुड़े सात लोगों के खिलाफ शिमला के नेरवा थाने में मामला दर्ज किया गया है। नेरवा पुलिस द्वारा इन लोगों को नेरवा में बिना कर्फ्यू परमिट के पकड़ा गया। ये व्यक्ति एक गाड़ी में यात्रा कर रहे थे व पूछताछ में पांवटा से आने की जानकारी मिली है। सभी की गिरफ्तारी के साथ ही गाड़ी को भी पुलिस ने कब्जे में लिया है।
जानकारी के अनुसार पिछले दो दिन में निजामुद्दीन मरकज से कोरोना के केस सामने आने के बाद हिमाचल पुलिस व सरकार पूरी तरह हरकत में आ गई थी। चंबा में अलर्ट के साथ ही कुल्लू में पूरी तरह से बाहर से आने वालों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके अलावा डीजीपी ने अब सभी एसपी को निर्देश दिए हैं कि सूबे के हर मदरसे में ऐसे लोगों की पड़ताल करें जो पिछले कुछ दिनों में विभिन्न स्थानों से वापस आए हैं। इन लोगों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन से साझा की जाएगी ताकि स्वास्थ्य परीक्षण के बाद इन्हें क्वारंटीन केंद्र भेजे जाने पर फैसला लिया जा सके।
दरअसल चंबा, कुल्लू और सिरमौर के अलावा अब मंडी व शिमला से भी लोगों के इस मकरज जाने की जानकारी सामने आई है। ऐसे में अब प्रदेश को कोरोना के संभावित संकट से बचाने के लिए सरकार ने पूरी ताकत झोंकने की कवायद शुरू कर दी है। इसके तहत तब्लीग से जुड़े अब तक मंडी में चार, कांगड़ा में 10, ऊना में 35, शिमला में 23, बद्दी में 53, चंबा में 10 और सिरमौर में 32 लोगों को क्वारंटीन किया गया है। इसके अलावा 5281 लोगों को अब तक क्वारंटीन किया गया है जिनमें दो हजार लोगों को होम क्वारंटीन भी किया गया है।
क्वारंटीन व्यक्ति बाहर मिले तो पुलिस को दे सूचना
अब तक कुल 290 मामले दर्ज
डीजीपी ने बताया कि कर्फ्यू व लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर अब तक 290 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें 320 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही 36 लोगों के खिलाफ निवारक धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। जबकि 151 वाहनों को जब्त कर 85 हजार रुपये का जुर्माना भी वसूला गया है। बताया कि पिछले 24 घंटे में ही 39 मामले पंजीकृत किए गए हैं जिनमें 23 व्यक्तियों को गिरफतार किया गया है जबकि 01 व्यक्ति के विरूद्ध निवारक धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। इसके अतिरिक्त पुलिस द्वारा 23 वाहनों को जब्त किया गया है व 26100 रुपये का जुर्माना प्राप्त किया गया है।