
बिलासपुर। गोविंद सागर में अवैध रूप से मछलियों का शिकार करने वाले अब बच नहीं सकेंगे। ऐसे लोगों को दबोचने के लिए मत्स्य विभाग ने आधुनिक सुविधा से लैस बोट खरीदी है। मुख्य संसदीय सचिव राजेश धर्माणी ने गोविंद सागर झील के किनारे इस वोट का उद्घाटन किया। यह वोट करीब 44 लाख रुपए की लागत से खरीदी गई है।
इस अवसर पर धर्माणी ने कहा कि जिला बिलासपुर में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह पहला मोटर बोट है। इसमें दो व्यक्तियों के चालक दल के अतिरिक्त 15 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता है। इस मोटर बोट में 140 एचपी का पेंटा वाल्वो इंजन लगा हुआ है। इसके माध्यम से गोबिंदसागर जलाशय के जडडू, भाखड़ा, मांदली, बिलासपुर तथा जगातखाना मत्स्य सेंटरों को कवर किया जाएगा। इस मोटर वोट से पूरे झील क्षेत्र में लगातार पेट्रोलिंग की जाएगी। इससे झील में अवैध रूप से मछली पकड़ने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। मछली पालन को बढ़ावा देकर इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को सुविधाएं प्रदान की जाएगी। गोबिंद सागर जलाशय करीब दो हजार मछुआरे परिवारों को आजीविका प्रदान कर रहा हैं। 26 मत्स्य सहकारी सभाएं मछली पकड़ने के कार्य में लगी है।
इस अवसर पर निदेशक मत्स्य विभाग बिलासपुर डा. गुरचरण सिंह ने विभाग द्वारा मछुआरों के कल्याणर्थ चलाई जा रही योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा संतोष धीमान, विकास खंड कांग्रेस कमेटी के महासचिव दिनेश कुमार, एसडीएम घुमारवीं राजीव कुमार, सहायक निदेशक मत्स्य, तपेश चौहान पूर्व जिला परिषद सदस्य कांशी राम, फ्लाइंग प्रभारी श्याम लाल शर्मा, विभिन्न मत्स्य सेंटरों के मत्स्य अधिकारी तथा पियूंगली मत्स्य सहकारी सभा के प्रधान प्रकाश चंद, जडडू मत्स्य सभा के प्रधान कर्मचंद के अतिरिक्त विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।