सुजानपुर (हमीरपुर)। नगर पंचायत सुजानपुर ने डिफाल्टर दुकानदारों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। नगर पंचायत ने दर्जन भर के करीब दुकानदारों को नोटिस जारी कर बकाया राशि का भुगतान करने को कहा है। अन्यथा मामले को कलेक्टर हमीरपुर को कानूनी कार्रवाई के लिए प्रेषित किया जाएगा। नगर पंचायत ने बकाया राशि में नोटिस भेजने के शुल्क के रूप में 200 रुपए की राशि भी जोड़ दी है। नगर पंचायत द्वारा भेजे नोटिस मिलने से दुकानदारों में हड़कंप मचा हुआ है। नगर पंचायत की ओर से दुकानदारों को एक दिन पहले ही नोटिस थमाए गए हैं। डिफाल्टर दुकानदारों पर 25 हजार रुपए से लेकर एक लाख रुपए तक की किराए की राशि बकाया पड़ी है। डिफाल्टर दुकानदार लंबे समय से किराए का भुगतान नहीं कर रहे हैं। दुकानों का किराया 500 रुपए से लेकर 2000 रुपए तक है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितने समय से बकाया राशि का भुगतान नहीं हो रहा है।
नपं ने पक्की दुकानों और टीन के खोखों का निर्माण कर किराएदारों को आवंटित किया था। किराए के रूप में मिलने वाला धन नपं की आय का मुख्य साधन है लेकिन काफी समय से कुछेक किराएदारों ने किराए का भुगतान नहीं किया है। प्रत्येक दुकानदार पर हजारों रुपए का बकाया पेंडिंग चल रहा है। हालांकि नपं द्वारा समय समय पर डिफाल्टरों को नोटिस जारी किए जाते हैं लेकिन नोटिस मिलने के बाद डिफाल्टर किराएदार थोड़ा किराया चुकाकर पल्लू झाड़ लेते हैं और दोबारा फिर भारी भरकम बकाया खड़ा हो जाता है।
उधर, नपं अध्यक्ष मनोज ठाकुर का कहना है कि सभी डिफाल्टरों को नोटिस जारी किए हैं। उन्होंने सभी किराएदारों से बकाया राशि का भुगतान करने की अपील की जिससे राशि को विकास कार्यों पर खर्च किया जा सके। बकाया किराए की राशि अदा न करने वाले दुकानदारों के खिलाफ नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।