धरासू बैंड में दस घंटे बाद खुला, फिर बंद

उत्तरकाशी। गंगोत्री राजमार्ग पर धरासू बैंड यात्रा के लिए नासूर बन गया है। धरासू बैंड भूस्खलन क्षेत्र में शनिवार को दस घंटे बाद खुला। अभी यातायात शुरू ही हुआ था कि सवा घंटे बाद मार्ग फिर से बंद हो गया। हालांकि देर शाम फिर यातायात चालू हो गया। इस मार्ग पर तड़के साढ़े पांच बजे भारी मलबा आने से यातायात ठप हो गया था। सैंज मनेरी में भी करीब पांच घंटे तक राजमार्ग अवरुद्ध रहा।
जनपद के विभिन्न हिस्सों में शुक्रवार रात से रुक-रुक का बारिश का सिलसिला जारी है। शनिवार सुबह 5.30 बजे धरासू बैंड पर फिर गंगोत्री राजमार्ग अवरुद्ध हो गया। बारिश और पहाड़ी से पत्थरों के गिरने से बीआरओ की मशीनें भी यहां मूकदर्शक बनी रही। शाम साढ़े तीन बजे यहां मलबा हटाकर यातायात बहाल तो किया गया, लेकिन वह सवा घंटे बाद ही फिर बंद हो गया। इस दौरान पांच सौ से अधिक यात्री वाहन दस घंटे तक फंसे रहे। उत्तरकाशी से गंगोत्री की ओर सैंज मनेरी में भी शनिवार की तड़के राजमार्ग मलबा आने से अवरुद्ध हो गया। यहां प्रात: 8.40 बजे यातायात बहाल हो पाया। जानकीचट्टी-यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भी भैरव मंदिर के पास पहाड़ी से पत्थर गिरने से यात्रियों को जोखिम के साथ यात्रा करनी पड़ रही है।

कोट-
गंगोत्री राजमार्ग गंगा घाटी की लाइफ लाइन है। बीआरओ को बरसात में भी यहां यातायात बहाल रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब मैं स्वयं उत्तरकाशी में बैठकर इस पर नजर रखूंगा।- विजयपाल सजवाण, विधायक गंगोत्री क्षेत्र।

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