टनकपुर। पूर्णागिरि मेले में आस्था के निराले-निराले अंदाज देखने को मिलते हैं। मेला शुरू होते ही भक्त अपने-अपने अंदाज में देवी के दर्शन को पहुंचते हैं। कोई कई किलोमीटर की पैदल यात्रा तय कर मां का डोला लेकर तो कोई भक्तिगीतों पर थिरकता मां के दरबार के पहुंचता है। पीलीभीत के भक्तों की एक टोली शनिवार को अलग ही अंदाज में मां के दर्शन को पहुंची। देवी-देवताओं की लीला का प्रदर्शन करती इस टोली ने लोगों को खासा आकर्षित किया।
पीलीभीत के सुनगढ़ी मोहल्ले से आई श्रद्धालुओं की यह टोली 30 मई को पीलीभीत से पैदल रवाना हुई, जो तीन दिन बाद टनकपुर पहुंची। देवी के दर्शन को यात्रा पर निकली इस टोली की खासियत यह थी कि वह जगह-जगह देवी-देवताओं की लीला का शानदार मंचन कर ही आगे बढ़ी रही थी। भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा, महाकाली, शिव और पार्वती की लीला का मंचन करते कलाकारों के अभिनय ने लोगों को आस्था का अद्भुत आनंद प्रदान किया। टोली के मुखिया वेदप्रकाश ने बताया कि वे बीते चार वर्षों से पूर्णागिरि मेला अवधि में इसी तरह मां के दर्शन को आ रहे हैं।