दिल्ली में ‘लुट’ रहे हिमाचल के बागवान

भल्याणी (कुल्लू)। दिल्ली की आजादपुर सब्जी मंडी में सूबे के बागवान कमीशन खोरी के नाम पर लुट रहे हैं। बिचौलिए बागवानों से सेब खरीद की एवज में छह प्रतिशत कमीशन वसूल रहे हैं। इसके चलते बागवानों और सरकार को सालाना करोड़ों का चूना लग रहा है। बागवानों का कहना है कि उन्होंने इस संदर्भ कई मर्तबा सूबे की सरकारों से मौखिक और लिखित तौर पर वार्ता की लेकिन कोई हल नहीं निकला।
सूबे के बागवानों का आरोप है कि आजादपुर मंडी में नियमों के विरुद्ध हो रही इस कमीशन वसूली से उन्हें हर वर्ष मोटी चपत लग रही है।
प्रदेश से हर वर्ष आजादपुर मंडी में अरबों रुपये का सेब बेचा जाता है। सेब खरीद को लेकर बागवानों से छह प्रतिशत कमीशन मंडी में वसूली जा रही है। वर्ष 2003 में प्रदेश सरकार द्वारा अवार्ड ऑफ एक्सिलेंस से नवाजे गए कुल्लू के प्रगतिशील बागवान नकुल खुल्लर बताते हैं कि उन्होंने कई मर्तबा सरकार के जनप्रतिधियों से इस संदर्भ में बात की लेकिन सूबे के बागवानों की व्यथा को अनसुना कर दिया गया। बागवान किरपा राम बताते हैं कि एक तरफ जहां कच्चा माल दिन-प्रतिदिन महंगा हो रहा है, वहीं स्प्रे ऑयल तथा अन्य कीटनाशक दवाइयों की खरीद पर सेब उत्पादकों को प्रति वर्ष लाखों रुपये खर्चने पड़ रहे हैं। ऐसे में बिचौलियों की इस लूट से बागवानों को भारी नुकसान हो रहा है।
शिमला जिले के प्रगतिशील बागवान अमृत सिंह मेहता का कहना है कि उन्हें हर साल सवा लाख की चपत कमीशन के रू प में लग रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस कमीशनखोरी के गोरखधंधे से सूबे के बागवानों को निजात दिलाई जाए। शिमला में बागवानी विभाग के निदेशक गुरदेव सिंह ने बताया कि इस साल चार करोड़ सेब की पेटियों का उत्पादन होने का अनुमान है।

दिल्ली सरकार के समक्ष उठाया था मसला : कृपाल
पूर्व सांसद एवं भाजपा सरकार में विपणन बोर्ड के उपाध्यक्ष रहे कृपाल परमार ने कहा कि हालांकि उन्हें बोर्ड में मात्र चार माह का कार्यभार मिला, बावजूद इसके उन्होंने इस मामले को दिल्ली सरकार के समक्ष जोरदार ढंग से उठाया था।

जल्द सुलझेगा मसला : मंगलेट
विपणन बोर्ड के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक सुभाष मंगलेट ने कहा कि बोर्ड ने दिल्ली सरकार की अधिकृत अथॉरिटी के खिलाफ कोर्ट में मामला करवाया है। इसकेे साथ-साथ वह दिल्ली सरकार के संपर्क में हैं। जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा।

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