थलोल के छात्रों पर मंडरा रहा मौत का साया

रजेरा (चंबा)। राजकीय प्राथमिक पाठशाला थलोल भूस्खलन से खतरे की जद में है। स्कूल के साथ हो रहे भूस्खलन से अध्ययनरत नौनिहालों की जिंदगी पर खतरा मंडरा रहा है। साथ लगती पहाड़ी से स्कूल के समीप पत्थर गिरते रहते हैं। विद्यार्थियों में इनकी चपेट में आने का भय बना रहता है। स्कूल के साथ हो रहे भूस्खलन से अभिभावक और स्कूल प्रबंधन चिंतित हैं। स्कूल प्रबंधन समिति ने इस समस्या के बारे में शिक्षा विभाग को अवगत करवा दिया है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
एसएमसी कमेटी दो बार प्राक्कलन व प्रस्ताव बनाकर विभाग को भेज चुकी है। अभी तक इसके लिए धनराशि का प्रावधान नहीं हो पाया है। स्कूल प्रबंधन समिति ने बैठक कर भूस्खलन को रोकने का कार्य शुरू न होने पर रोष जताया। एसएमसी अध्यक्ष दुनी चंद ने बताया कि स्कूल के साथ हो रहा भूस्खलन विद्यार्थियों के लिए खतरा बना हुआ है। इस स्थान पर निर्माण कार्य जरूरी है।
बैठक में समिति सदस्यों ने रिमाइंडर प्रस्ताव पास कर शिक्षा विभाग को भेजने का निर्णय लिया। एसएमसी सदस्यों ने बताया कि अगर जल्द आवश्यक कार्रवाई नहीं की गई तो प्रदर्शन करने से भी गुरेज नहीं किया जाएगा। एसएमसी सदस्यों दुनी चंद, राजकुमार, किरपो राम, हिमो और पारो ने बताया कि भूस्खलन के कारण स्कूली बच्चों पर मंडरा रहे खतरे से अभिभावक चिंतित हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग से जल्द इस दिशा में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग के उप निदेशक एसके पुंडीर ने बताया कि मामला उनके ध्यान मेें आ गया है। इस पर जल्द कार्रवाई की जाएगी। अगर भूस्खलन से भवन को खतरा है तो इसकी जानकारी उपायुक्त को भी दी जाए। भवन को जल्द दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए। जल्द ही स्कूल का निरीक्षण करवाया जाएगा।

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