बागेश्वर। चरस, गुलदार की खाल और अन्य जड़ी-बूटियों के साथ कल बृहस्पतिवार को गिरफ्तार तीन लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। पूरी कार्रवाई में बागेश्वर जिले और पिथौरागढ़ के बेरीनाग थाने की पुलिस ने सहयोग दिया। यह वस्तुएं बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले की सीमा से मैदानी क्षेत्रों को ले जाई जा रही थी।
पुलिस उपाधीक्षक एनएस पांगती ने बताया कि धरमघर वन रेंज में कुछ संदिग्ध लोगों के मौजूद होने की सूचना मिली थी। बृहस्पतिवार को बागेश्वर जिले से पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर रवाना हुई। दूसरी तरफ पिथौरागढ़ के बेरीनाग थाने से भी पुलिस टीम वहां पहुंची। पुलिस और वन विभाग की टीम ने संदिग्ध लोगों का लगातार पीछा किया और उन्हें बालीघाट तिराहे के पास पकड़ लिया। गिरफ्तार तस्करों में से सूपी निवासी 35 वर्षीय प्रेम सिंह टाकुली से 500 ग्राम चरस, तरसाल निवासी 45 वर्षीय खड़क सिंह से आठ फीट लंबी एक गुलदार की खाल मिली है। उनके साथी हल्द्वानी हाल बागेश्वर निवासी 35 वर्षीय स्वर्णकार तरुण वर्मा से 200 ग्राम चरस, एक बिल्ली की झिल्ली और एक सियार सिंगी बरामद हुई है। खड़क सिंह तथा तरुण को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धारा 9, 39 और 51 जबकि प्रेम सिंह को मादक द्रव्य अधिनियम एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय के निर्देश के बाद तीनों को न्यायिक हिरासत में अल्मोड़ा जेल भेज दिया है। श्री पांगती ने बताया कि पूरे प्रकरण में बेरीनाग के एसओ बिजेंद्र साह, एलआईयू के विनोद, भगवत परिहार, बागेश्वर कोतवाली के प्रभारी सत्यप्रकाश राइपा और कांस्टेबल गिरीश बजेठी का सहयोग रहा। इधर एसपी निवेदिता कुकरेती ने कहा कि वन्य क्षेत्रों से कीमती वस्तुओं की तस्करी रोकने के लिए पुलिस वन विभाग को पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि आम लोगों के सहयोग से इस पर रोक लगाई जा सकती है।