
बिलासपुर। पीर लखदाता अखाड़ा कमेटी बिलासपुर ने डियारा में पांच मई को प्रस्तावित दंगल के लिए नियमावली बनाई है। इसके अनुसार पहलवानों को अखाड़े में कुश्ती शुरू होने से दो घंटे पहले अपना नाम दर्ज कराना होगा। ऐसा न करने पर पहलवान खिताबी मुकाबले में भाग नहीं ले पाएंगे। उन्हें केवल जोड़ राशि से ही संतोष करना पड़ेगा।
रविवार को अखाड़ा कमेटी के अध्यक्ष हुसैन अली की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पांच मई को प्रस्तावित दंगल के लिए रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया। दंगल में तीन वर्गों के मुकाबले हाेंगे। बाल केसरी खिताब के मुकाबलाें में किसी भी राज्य के 13 से 15 वर्ष आयु के बाल पहलवान भाग ले सकेंगे। विजेता को गुर्ज व 2100 रुपये तथा उपविजेता को 1100 रुपये का इनाम मिलेगा। रुस्तम-ए-कहलूर खिताब में केवल बिलासपुर के 15 से 25 वर्ष तक की आयु के युवा पहलवान भाग ले सकेंगे। विजेता को ट्राफी और 7100 रुपये तथा उपविजेता को 4100 रुपये का इनाम मिलेगा। वहीं, मल्ल सम्राट खिताब में भी देश भर के पहलवान जौहर दिखा सकेंगे। विजेता को गुर्ज और 21 हजार, जबकि उपविजेता को 11 हजार रुपये का इनाम मिलेगा।
बैठक में कुश्ती के मुकाबलों के पैनल बनाने के लिए नियमावली भी तैयार की गई। इसके तहत सभी वर्गों के पहलवानों को अखाड़े में कुश्ती शुरू होने से दो घंटे पहले अपना नाम जोड़ उप समिति के पास दर्ज कराना होगा। कुश्ती के दौरान किसी भी पहलवान का नाम पैनल में नहीं डाला जाएगा। पैनल में नाम दर्ज न होने पर यदि किसी पहलवान की अखाड़े में कुश्ती होती है तो उसे केवल जोड़ राशि ही मिलेगी। वह खिताबी मुकाबले में भाग नहीं ले सकेगा। हुसैन अली ने बताया कि सुखराम आजाद, निक्काराम ठाकुर, मनमोहन भंडारी, पवन धीमान, कमल किशोर धीमान, रामलाल ठाकुर, संदीप नड्डा, मनीष कुमार, बीआर रनोट, डा. भारत भूषण चब्बा, राकेश ठाकुर और संतराम ठाकुर की राय के आधार पर नियमावली बनाई गई।