
सुंदरनगर (मंडी)। नगर परिषद सुंदरनगर का हाउस टैक्स दबाए बैठे शहरवासियों पर नकेल कसने का काम आरंभ हो गया है। करीब एक करोड़ के गृहकर की वसूली करने के लिए डिफाल्टरों को नगर परिषद ने गृहकर अदा कर 31 मार्च तक राशनकार्ड बनाने का आखिरी मौका दिया है। इसके बाद राशनकार्ड का नवीनीकरण बंद कर दिया जाएगा। डिफाल्टरों को आने वाले समय में न तो नगर परिषद किसी तरह की एनओसी जारी करेगी और न ही किसी तरह का कोई प्रमाण पत्र।
सुंदरनगर नगर परिषद क्षेत्र में करीब दस हजार राशन कार्ड धारक है। इनमें से एपीएल के राशनकार्ड बनाने का काम आज कल चला हुआ है। इसमें से करीब 5500 लोग राशनकार्ड का महत्व समझते हुए अपना गृहकर अदा कर अपना राशनकार्ड बना चुके हैं। करीब दो हजार लोग अब भी ऐसे हैं, जो एपीएल से संबंध रखते है परंतु अपना राशनकार्ड नहीं बना रहे है। ऐसे लोगों से नगर परिषद ने हजारों का बकाया गृहकर वसूल करना है। राशनकार्ड बनाने के लिए उन्हें पहले अपना टैक्स अदा करना पड़ेगा। नगर परिषद ने करीब एक सौ डिफाल्टरों को लीगल नोटिस भेज उनसे शीघ्र टैक्स अदा करने को कहा है। अन्यथा ऐसे लोगों के खिलाफ कोर्ट में केस चलाया जाएगा। वहीं अन्य लोगों के खिलाफ नगर परिषद इस वित्त वर्ष के समाप्त होते ही कानूनी कार्यवाई भी आरंभ कर देगी। इससे डिफाल्टरों की दिक्कतें बढ़ सकती हैं।
नगर परिषद की कार्यकारी अधिकारी उर्वशी वालिया ने अमर उजाला को बताया गृहकर दबाए बैठे लोग अपना राशन कार्ड बनाने में आनाकानी कर रहे है। जबकि आम आदमी इमानदारी से अपना टैक्स देकर राशनकार्ड बना रहा है। क्योंकि वह जानते है कि राशनकार्ड केवल राशन के लिए ही नहीं अपितु एक महत्वपूर्ण दस्तावेज भी है। चालू वित्त वर्ष के समाप्त होते ही पुराने राशनकार्ड का महत्व समाप्त हो जाएगा।