
कुल्लू। भुंतर-रामशिला सड़क मार्ग से निर्माण के महज दो माह के भीतर टारिंग उखड़ने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। कुल्लू मनाली में पर्यटन कारोबार को विकसित करने और लोगों को आवाजाही की सुविधा के लिए बिछाई गई टारिंग के इस तरह उखड़ जाने से सत्ता दल कांग्रेस ने ही कई सवाल उठाए हैं। भाजपा शासन काल में हुए इस टारिंग की जिला कांग्रेस कमेटी ने विजिलेंस जांच की मांग कर डाली है। लोनिवि ने इस 12 किलोमीटर के दायरे में तारकोल बिछाने पर लगभग 9 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसी बजट पर सीमा सड़क संगठन मनाली-लेह मार्ग पर टारिंग का काम कर रहा है। दोनों के निर्माण कार्य की गुणवत्ता में जमीन आसमान का अंतर साफ दिखता है। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बुद्धि सिंह ठाकुर ने कहा है कि दो महीने के भीतर टारिंग उखड़ने से सवाल उठने लगा है। इस मामले की विजिलेंस जांच की मांग करती है। मनाली लेह सड़क मार्ग पर सीमा सड़क संगठन टारिंग पर प्रति किलोमीटर करीब एक करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। छह महीने बर्फ में दबी रहने के बावजूद इसकी गुणवत्ता बरकरार है। जल्द ही मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और डीजी विजिलेंस को पत्र लिखकर उच्च स्तरीय जांच की मांग करेंगे। लोनिवि के अधीक्षण अभियंता विजय कपूर का कहना है विभाग ने निर्माण कार्य के दौरान पूरी पारदर्शिता बरती है। जहां पर टारिंग उखड़ी है, वहां पर दोबारा टारिंग के ओदश दिए हैं।