ज्वालामुखी मंदिर न्यास में पानी का गोलमाल!

ज्वालामुखी (कांगड़ा)। पिछले वर्षों में हुए चांदी के गोलमाल, जनरेटर खरीद, शेड निर्माण, अधिकारियों द्वारा मुफ्त बिजली प्रयोग, लंगर में गड़बड़ियां के मामलो के बाद गर्मियों में आने वाले पानी के टैंकरों में भी गड़बड़झाले की आशंका व्यक्त की जा रही है।
पुख्ता सूत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व सरकार के चुने हुए गैर सरकारी मंदिर न्यास सदस्यों की देखरेख में एक अप्रैल 2012 से 31 मार्च 2013 तक 369 टैंकर पानी के मंदिर न्यास ने 700 रुपए प्रति टैंकर मंगवाए। वर्तमान सरकार के गैर सरकारी मंदिर न्यास सदस्यो ने इस साल एक अप्रैल से 5 जून तक प्रति टैंकर 460 रुपये की लागत से 110 टैंकर मंगवाए। हैरत की बात तो यह है कि मंदिर न्यास ने पिछले वर्ष 2012 में जो टैंकर जिस ठेकेदार से 700 रुपए मूल्य पर खरीदा, वही टैंकर आज अन्य ठेकेदार 460 रुपए में दे रहे हैं। यह पिछले वर्ष की तुलना में करीब 250 रुपए प्रति टैंकर कम रेट है। इस वर्ष डीजल के मूल्यों में भी बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में रेट बढ़ने चाहिए थे न कि घटने। पानी के टैंकरों की पिछले वर्ष महंगी दरों पर खरीद मंदिर न्यास पर कई सवाल खड़े कर रही है। इसके बारे में मंदिर न्यास सदस्य भवानी दत्त का कहना है कि मंदिर न्यास के नवगठित ट्रस्ट ने सर्वसम्मति से इस वर्ष 460 रुपए प्रति टैंकर रेट पर लेने का करार किया है। मंदिर न्यास को इस मर्तबा 250 रुपए प्रति टैंकर की बचत हुई है।
शहर के समाजसेवियों अमित, मदन, सुरेश, राजेश, रोहित, सुभाष आदि का कहना है कि इस मामले की जांच होनी चाहिए।

क्या कहते हैं मंदिर अधिकारी
मंदिर अधिकारी सुरिंद्र शर्मा ने बताया कि उन्होेंने हाल ही में कार्यभार संभाला है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष कम मूल्य से पानी केे टैंकर लिए जा रहे हैं। इस बार जिस ठेकेदार के सबसे कम रेट थे, उसे ही नियमानुसार टेंडर दिया गया है।

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