जोगिंद्रनगर में किसान सभा का प्रदर्शन

जोगिंद्रनगर (मंडी)। छात्रों, नौजवानों एवं आम जनता के मुद्दों को लेकर किसान सभा ने जोगिंद्रनगर में वीरवार को धरना प्रदर्शन किया। इस धरना प्रदर्शन कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान और मजदूर नेता कुशाल भारद्वाज ने की। इसमें सैकड़ों किसानों के अलावा मजदूरों, नौजवानों, छात्रों तथा महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। प्रदर्शनकारियों ने पूरे बाजार में नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला तथा एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा।
इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए कुशाल भारद्वाज ने कहा कि जोगिंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र के 100 के लगभग गांवों में पीने के पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची हुई है। बंदरों, सूअरों व आवारा पशुओं से किसान त्रस्त हैं। लोक निर्माण विभाग तथा आईपीएच विभाग में कार्यरत दिहाड़दारों को लेबर कोर्ट के आदेश के बाद भी पक्का नहीं किया जा रहा है। ऊहल प्रोजेक्ट में कंपनियों द्वारा श्रम कानूनों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। कई पंचायतों में बीपीएल चयन में धांधलियां हुई हैं। उपभोक्ताओं को डिपुओं में समय पर सस्ता राशन नहीं मिल रहा है। अवैध कब्जे छुड़ाने के नाम पर लोगों की दुकानें, घर और खोखे आदि तोड़े जा रहे हैं। मनरेगा मजदूरों को प्रदेश में तय न्यूनतम दिहाड़ी भी नहीं दी जा रही है। वहीं सिविल अस्पताल में कई सालों से अल्ट्रासाउंड मशीन विषेशज्ञ न होने के कारण सफेद हाथी साबित हो रही है।
भारद्वाज ने कहा कि इलाके में 12 महीने बहने वाली नदियों व खड्डों के बावजूद किसी भी सरकार ने गांवों तक पानी पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई। उन्होंने कहा कि लड़भड़ोल में जनता के आंदोलन के बाद पिछले साल खुले सरकारी कालेज को कांग्रेस सरकार ने बंद करने की अधिसूचना जारी कर दी है। उन्होंने सरकार से मांग उठाई कि इन तमाम मुद्दों को पूरा करने के साथ-साथ उपभोक्ताओं को डिपुओं के माध्यम से दो रुपये प्रति किलो की दर से हर माह 35 किलो ग्राम राशन, मनरेगा कामगारों को 150 रुपये की न्यूनतम दिहाड़ी और किसानों को जंगली जानवरों तथा आवारा पशुुओं से निजात दिलाने के बारे में शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाए गए तो किसान सभा का आंदोलन भविष्य में व्यापक रूप धारण करेगा। इस दौरान किसान सभा के जोनल कमेटी सचिव रणजीत राणा, सीटू के राजन, एसएफआई के संजय जम्बाल व गुरमीत भारद्वाज, जनवादी नौजवान सभा के सुनील बरवाल के अलावा प्रताप चौहान, रंगीलू राम, संजय कुमार, बालम सिंह, नारायण सिंह, उमेश कुमार, पवन सेन, विकास ठाकुर, अभिषेक ठाकुर, नीमा देवी और प्रेमलता आदि ने भी सरकार पर जमकर प्रहार किए।

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