
जैंती। 2.70 करोड़ रुपये की लागत से बने राम सिंह धौनी राजकीय महाविद्यालय जैंती के धामद्यौ स्थित नव निर्मित भवन के वाणिज्य संकाय की टीन की छत गत दिनों हवा में उड़ गई है। इससे भवन में हुए कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं।
करीब छह माह पूर्व ही कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश निर्माण निगम ने नव निर्मित भवन को महाविद्यालय को हस्तांतरण किया था। 2.70 करोड़ की लागत से बने महाविद्यालय भवन में पूर्व में भी अनेक अनियमितताएं पाई गई थी। इसके विरोध में पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष धना धौनी ने अनेक बार आंदोलन किए लेकिन छात्र आंदोलन को दबाकर महाविद्यालय को भवन हस्तांतरित कर दिया गया। जबकि नियमों को ताक में रखकर अन्य किसी एजेंसी से जांच कराए बिना भवनों को राजनैतिक दबाव में हस्तांतरण कर दिया गया है। इससे महाविद्यालय प्रशासन भी संदेह के घेरे में आ गया है। इधर महाविद्यालय के प्राचार्य लाल बहादुर अग्निहोत्री ने उच्च शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर भवन निर्माण में बरती गई अनियमितता के बारे में जानकारी दी गई है।
पत्र में उन्होंने कहा है कि कमरों में लगा प्लास्टर उखड़ गया है और पुताई, रंग रोगन का काम अधूरा छोड़ दिया गया है। टायलेट तथा वाश वेशन के पानी के निकासी को काई इंतजाम नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि भूतल के नीचे सुरक्षा दीवार नहीं होने से बरामदे में लगे खंभों के गिरने से दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस संबंध में कार्यदायी संस्था उप्र निर्माण निगम से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन एजेंसी का रवैया सकारात्मक नहीं रहा। इधर, महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष खुशाल सिंह कुंजवाल ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है।