
कुल्लू। ऐतिहासिक लाल चंद्र प्रार्थी कलाकेंद्र कुल्लू में शुक्रवार को आयोजित जिला स्तरीय लोकनृत्य प्रतियोगिता में कलाकारों ने खूब रंग जमाया। प्रतियोगिता का आयोजन भाषा एवं संस्कृति विभाग के सौजन्य से किया गया। कार्यक्रम में चार सांस्कृतिक दलों ने शिरकत की। कार्यक्रम में जिला भाषा एवं संस्कृति विभाग के अधिकारी राजकुमार सकलानी ने मेधावी टीमों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया। इस मौके पर जिला लोक संपर्क अधिकारी मंजुला मुरीद भी मौजूद रहीं। प्रथम स्थान पर रहने वाले दलों का राज्यस्तरीय लोकनृत्य प्रतियोगिता के लिए किया गया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर शिवा सांस्कृतिक दल भूमतीर ने प्राप्त किया। दूसरे स्थान पर सूर्य सांस्कृतिक दल बनोगी और तीसरे स्थान पर अठारह करडू युवक मंडल रोगणा रहा। सांस्कृतिक दलों ने कुल्लूवी नाटी में अलग-अलग कलाएं बिखेरी। लोकनृत्य में अठारह करडू युवक मंडल रोगणा का कार्यक्रम सबसे पहले हुआ। दल ने वाद्य यंत्रों की धुनों पर …हिका पिठी री दर्द बुधुआ मामा, …खेलिदी ऐजे मेरी भाऊआरूपिए,..हां मामा आंकता …हाणे ठाकरा किसन चंदा ढालपुरा री सेरी, ..केती शौऊआ री कलगी आदि कुल्लवी गीत गाए।
खोडू युवक मंडल ने …तू शुणै तारा लाड़िए,…मेरी सुरमणिए आदि गानों से समां बांधा। शिवा सांस्कृतिक दल भूमतीर ने काला बादला हेठे…शुणै तारा लाड़िए और जूणा-मुणा केरदी ऐजे माहमाईए आदि कुल्लूवी गीत गाकर वाहवाही लूटी। सूर्य सांस्कृतिक दल बनोगी ने भी कुल्लवी नाटी डाली। निर्णायक की भूमिका अरुण ठाकुर, शिव चंद और ईश्वरी दास शर्मा ने निभाई।