हरिद्वार। आबादी क्षेत्र में हाथी की चहलकदमी से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। पीर मजार में सुबह पहुंचा हाथी शाम तक डटा रहा। विभागीय कर्मचारियों ने इसे भगाने का प्रयास भी किया लेकिन सभी असफल रहे। दोनों तरफ से यातायात रोक दिया गया है।
राजाजी पार्क क्षेत्र के बाईपास मार्ग पर पीर मजार के पास सोमवार सुबह सात बजे एक हाथी आ धमका। इससे दोनों तरफ के वाहन रुक गए। सूचना पर राजाजी पार्क और वन विभाग की संयुक्त टीम ने इसे जंगल की ओर खदेड़ने का प्रयास किया। लेकिन सफल नहीं हुए। हाथी सड़क किनारे ही खड़ा हो गया। कर्मचारी इस पर निगरानी रखे हुए हैं।
गत शनिवार को राजाजी पार्क प्रशासन के आदेश पर वन्य जीव प्राणी संस्थान के डाक्टरों ने हाथी को ट्रांकुलाइज कर उसे इंजेक्शन दिए थे। वन क्षेत्राधिकारी चमनलाल का कहना था कि हाथी के लिए जंगल में तालाब खोदा गया है। उसका इलाज अब पूरा हो गया है। अब यह आबादी की तरफ नही आएगा। लेकिन कहने के अगले दिन ही वह फिर आ धमका।
ठीक नही आबादी लगाव
हरिद्वार। हाथी का आबादी से लगाव ठीक नहीं है। बीमार हाथी 21 मई से भेल चिकित्सालय और बाईपास मार्ग पर आ रहा है। शुक्रवार को भी हाथी बाईपास पुलिस चौकी के पास आने से राजाजी पार्क व वन विभाग के कर्मचारियों ने किसी तरह इसे जंगल में खदेड़ा था। अगले दिन यह फिर भेल अस्पताल के पास दिख गया। शनिवार को राजाजी पार्क प्रशासन की ओर से उसका उपचार किया गया लेकिन इसके दो दिन बाद यह फिर बाईपास मार्ग पर पीर मजार के पास आ धमका। सुबह से शाम तक वहीं डटा रहा। शरारती लड़के इसकी फोटो खींच रहे हैं। यदि हाथी शिफ्ट नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में यह जनहानि पहुुंचा सकता है।