
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने रविवार को घोषणा की कि जम्मू के विजयपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में बाहरी रोगी विभाग (ओपीडी) सेवाएं जल्द ही शुरू होंगी और अधिक प्रतिष्ठित संकायों की भर्ती के लिए प्रयास चल रहे हैं। एम्स जम्मू भारत के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में से एक बन गया है।
जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने एम्स जम्मू में अत्याधुनिक डिजिटल लाइब्रेरी और लेक्चर हॉल का दौरा किया। उन्होंने आगे कहा कि एम्स की सुविधाएं, बुनियादी ढांचा, उपकरण और लॉजिस्टिक्स विश्व स्तर के हैं।
कहा, ‘हम यहां और अधिक संकाय लाने की कोशिश कर रहे हैं। अब तक जो संकाय यहां आए हैं, वे भारत के सर्वश्रेष्ठ संकाय हैं। व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करना हमारा सौभाग्य है। यहां विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं देखना संतुष्टिदायक है।’
इससे पहले रविवार को जेपी नड्डा ने पार्टी कार्यालय में जम्मू-कश्मीर इकाई के नेताओं के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक जम्मू में हुई। इसमें केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, जम्मू-कश्मीर पार्टी के अध्यक्ष रविंदर रैना और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग मौजूद रहे। जेपी नड्डा और जितेंद्र सिंह ने जम्मू शहर के रघुनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। जम्मू-कश्मीर धर्मार्थ ट्रस्ट ने मंदिर में उनके दौरे की तस्वीरें साझा कीं।
2019 में तत्कालीन राज्य के विशेष दर्जे को खत्म करने के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय समयसीमा के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में इस साल सितंबर में पहला विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। पूर्ववर्ती राज्य में आखिरी विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था।
भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया। जम्मू-कश्मीर में जल्द विधानसभा चुनाव और राज्य का दर्जा बहाल करने की राजनीतिक दलों की मांग रही है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने भारत के चुनाव आयोग और केंद्र को सितंबर तक चुनाव कराने को कहा है।