
चंबा। जिला अस्पताल के जन औषधि केंद्र को खुलवाने में अस्पताल प्रशासन भी असमर्थ है। इस कारण जन औषधि केंद्र को खुलने में ओर समय लग सकता है। जन औषधि केंद्र में दवाइयाें का हिसाब पहले सेवाएं दे चुके फार्मासिस्ट ने नहीं दिया है। साथ ही अस्पताल प्रशासन फार्मासिस्ट की बिना अनुमति से केंद्र का ताला भी नहीं तोड़ सकता है। ऊपर से अब अस्पताल प्रशासन दूसरे फार्मासिस्ट की तैनाती भी एकदम नहीं कर सकता है। पहले सेवाएं दे चुके फार्मासिस्ट को तमाम बेची गई दवाइयों का हिसाब देना होगा, उसके बाद ही केंद्र को खोलने की आगामी योजना बन पाएगी। इसे लेकर अस्पताल प्रशासन सीएमओ के साथ जल्द ही बैठक करेगा। शनिवार को भी अस्पताल प्रशासन पहले सेवाएं दे चुके फार्मासिस्ट से संपर्क करने में लगा रहा, लेकिन, सायं तक कोई भी फैसला सामने नहीं आया। अस्पताल प्रशासन की मानें तो फार्मासिस्ट को मानने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए सीएमओ के साथ बैठक भी की जाएगी। बैठक के दौरान सीएमओ की ओर से दिए जाने वाले आदेश के बाद ही केंद्र को खोलने के लिए फैसला लिया जा सकता है। वहीं, फार्मासिस्ट के रिजाइन दे जाने के बाद गरीब लोगों को महंगे दामों में दवाइयां खरीदनी पड़ रही हैं। गौर रहे कि केंद्र में दवाइयाें पर 15 से 20 रुपये तक की छूट दी जाती है। केंद्र पिछले दो माह से बंद चल रहा है।
इस संबंध में एमएस डा. विनोद शर्मा ने बताया कि फार्मासिस्ट से संपर्क किया जा रहा है। फार्मासिस्ट से बेची गई दवाइयों का हिसाब भी लेना है। फार्मासिस्ट की मौजूदगी में ही केंद्र का ताला खोला जाएगा। पहले सेवाएं दे चुके फार्मासिस्ट के न आने पर ही दूसरे फार्मासिस्ट की तैनाती होगी। इसे लेकर सीएमओ से भी जल्द बैठक की जाएगी