पटना: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को अगले लोकसभा चुनाव में चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने के बाद भाजपा से संबंध जारी रखने को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जदयू के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक बुलाई थी। इस बैठक में भाजपा में मची उठा-पटक के मद्देनजर एनडीए में रहने या अलग होने के बारे में फैसला किए जाने की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक जेदयू के सीनियर नेता इस बात पर फैसला कर सकते हैं कि एनडीए में रहना है या नहीं। इस बात की संभावना ज्यादा जताई जा रही है कि जेदयू गठबंधन से अलग हो जाए।
जदयू सूत्रों ने बताया कि नीतीश ने इस संबंध में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और प्रदेश के अन्य नेताओं के साथ कल देर रात्रि तक विचार-विमर्श किया जो कि आज रात्रि भी जारी रहेगी। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही कोई बड़ी घोषणा हो सकती है। जदयू की उक्त बैठक में शामिल हुए राज्य सरकार के एक मंत्री ने अपने नाम का खुलासा नहीं किए जाने की शर्त पर बताया कि भाजपा के साथ उनके दल का संबंध अब चंद दिनों का रह गया है।
सूत्रों ने बताया कि जदयू के जिन नेताओं के साथ नीतीश ने इस संबंध में विचार-विमर्श किया है उसमें उनके मंत्रिमंडल सहयोगी बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, नरेंद्र सिंह, बृषिण पटेल, श्याम रजक और राज्यसभा सांसद और मुख्यमंत्री के विश्वस्त आरसीपी सिंह के नाम शामिल हैं। यह भी बताया गया कि भाजपा से सत्ता से बाहर होने पर सरकार चलाने के लिए बहुमत के लिए निर्दलीय विधायकों से संपर्क साधा गया है।