लंज (कांगड़ा)। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला वोहड़क्वालु का भवन बीती रात दावानल की भेंट चढ़ गया। लंज क्षेत्र के साथ लगते गांव वोहडक्वालु के जंगलों में लगी आग ने बीती रात करीब 12 बजे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल को भी अपनी चपेट में ले लिया। इस आगजनी में स्कूल के चार कमरे पूरी तरह जलकर राख हो गए। साहस का परिचय देते हुए स्कूल का चौकीदार बलवंत सिंह पहले तो अकेला ही आग बुझाने क ी कोशिश करता रहा, लेकिन आग और ज्यादा बेकाबू हुई तो गांववासियों को बुलाकर इस भयंकर आग पर काबू पाने की कोशिश की गई।
लोगों ने फायर ब्रिगेड को भी बुलाया। लेकिन तीखा मोड़ होने के कारण गाड़ी स्कूल तक नहीं पहुंच पाई। इसके चलते स्थानीय लोगों, कर्मचारियों ने खुद ही आग बुझाई। रात 12 बजे लगी आग सुबह करीब साढ़े पांच बजे बुझ पाई। लेकिन तब तक स्कूल के चार कमरे पूरी तरह जल चुके थे। गांववासी महिलाओं सहित सारी रात इस स्कूल में लगी आग पर काबू पाने के लिए कोशिशें करते रहे। आग बुझाने में वन विभाग के कर्मचारियों सहित वोहडक्वालु के वार्ड पंच राकेश बैंस, भगवान सिंह, गगन, सुनैना, रविंद्र कुमार, गुरमीत सिंह, नसीब सिंह, नरेंद्र कुमार सतीश कुमार, पंकज कुमार, श्रवण कुमार, बलवंत, जगदीश, रवि कुमार, वीना सुरेंद्र कुमार आदि ने सहयोग किया। लोगों ने सरकार व प्रशासन से गुहार लगाई है कि अब इस स्कूल के लिए हरसंभव सहायता की जाए, क्योंकि स्कूल के बच्चों को कमरे न होने पर बाहर धूप में क्लासें लगानी पडे़ंगी।
उधर, पिछले 5 दिनों से जंगलों में लगी आग से लाखों का नुकसान हुआ है। जगह-जगह चीड़ के पेड़ जल रहे हैं तथा कई जंगली जानवर व पक्षी भी आग की भेंट चढ़ गए। जंगल में ज्यादातर राष्ट्रीय पक्षी मोर भी जल गए।
पुलिस को दी सूचना
स्कूल की प्रधानाचार्य अंजुला कटोच व एसएमसी कमेटी की प्रधान अंजना देवी ने बताया कि पिछले 5 दिनों से जंगल में लगी आग की वजह से गत रात्रि स्कूल भी इसकी चपेट में आ गया। इन कमरों में रखी बच्चों की किताबें, डेस्क और फर्नीचर भी जलकर पूरी तरह से राख हो गया, जिसकी सूचना हमने पुलिस को दे दी है।