शिमला। लग्जरी और डीजल गाड़ियों को चुराने वाले गिरोह का एक सदस्य ढली पुलिस के हत्थे चढ़ा है। गिरफ्तार युवक ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि गाड़ी चुराने से पहले खरीदार से सौदा किया जाता है। कार चुराने के लिए गिरोह के सरगना ने एक सदस्य को एक शहर सौंपा है। उत्तर भारत के सभी राज्यों में नेटवर्क काम कर रहा है। गाड़ी चुराकर तय ठिकाने तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सदस्य की होती है। इस खुलासे के बाद गिरोह के सरगना और अन्य सदस्यों को धर-दबोचने के लिए पुलिस का एक दल बाहरी राज्यों में भेजा गया है। वहीं, आरोपी युवक से गाड़ी चुराने के लिए प्रयोग होने वाले कई हाइटेक औजार और आरसी बरामद हुए हैं। डीएसपी पंकज शर्मा ने बताया कि पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। जल्द ही कार चोर गिरोह का खुलासा किया जाएगा।
पुलिस के अनुसार वीरवार रात ढली पुलिस ने नाइट पेट्रोलिंग के दौरान नवबहार के पास एक बोलेरो गाड़ी को रोका। जांच के दौरान पुलिस को गाड़ी के कोई भी कागजात चालक नहीं दिखा सका। सख्ती से हुई पूछताछ में चालक ने गाड़ी को संजौली से चुराने का जुर्म कबूला। इस दौरान गाड़ी की तलाशी में पुलिस के हाथ कई चौंकाने वाला सामान लगा। गाड़ी में चोरी करने में प्रयोग किए जाने वाले हाइटेक औजार मिले। पुलिस ने फौरन गाड़ी चुराने वाले युवक को हिरासत में लिया। पूछताछ में युवक ने शहर के कई अन्य गाड़ियों को चुराने की बात कबूल की है। चोर गिरोह के कई सदस्यों सहित गाड़ियों के बेचने वाले स्थान की सूचना भी पुलिस को दी है, जिस आधार पर ढली पुलिस ने टीमें गठित कर पड़ताल को निकल गई है।
हाई सिक्योरिटी प्लेट बनाने में माहिर
कार चोर गिरोह के पकड़े गए सदस्य ने बताया कि वे हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बनाने में माहिर हैं। पुरानी प्लेट को गाड़ी से उतारने और नई प्लेट लगाने का काम चुटकियाें में कर देते हैं।
बोलेरो चोरी होने का केस दर्ज
शिमला। पुलिस थाना ढली में आनंद प्रकाश निवासी किन्नौर ने संजौली में खड़ी की गई बोलेरो कैंपर गाड़ी के चोरी होने का मामला दर्ज कराया है। शिकायतकर्ता ने बताया है कि वीरवार रात को उन्होंने गाड़ी नंबर एचपी62ए-2046 को लक्कड़ बाजार-संजौली रोड पर सड़क किनारे खड़ा किया था, लेकिन सुबह वहां पहुंचे तो गाड़ी गायब थी।