चंबा-बैरागढ़, चंबा-भरमौर मार्ग हुए बाधित

चंबा। जिला चंबा में पिछले दो दि से हो रही बारिश से मौसम सुहावना हो गया है। प्री मानसून के चलते लगातार हो रही बारिश से भूस्खलन भी शुरू हो गया है। दो दिन पूर्व भूस्खलन के कारण बंद हुआ चंबा-न्याग्रां मार्ग बहाल नहीं हो पाया है। इस मार्ग पर हिमाचल पथ परिवहन निगम की एक बस भी फंसी हुई है। वीरवार को चंबा-भरमौर मार्ग कुछ देर के लिए बाधित हुआ। धरवाला की रंगाघार में भूस्खलन के चलते सुबह करीब एक घंटा मार्ग पर आवाजाही ठप रही। इसके चलते मार्ग के दोनों तरफ वाहनों की कतारें लग गई। वाहन चालकों व ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी बारिश के दौरान भी मार्ग को बहाल करने में जुटे रहे और कर्मचारियों ने मार्ग को एक घंटे के भीतर बहाल कर दिया। वहीं एसडीओ चंबा जीत सिंह ठाकुर ने बताया कि चंबा-साहो-सिल्लाघ्राट मार्ग मरेडी के समीप भूस्खलन के कारण कुछ देर के लिए बंद हुआ था। भूस्खलन संभावित स्थल पर विभाग ने कर्मचारी तैनात कर रखे हैं। कर्मचारियों ने तुरंत मार्ग से मलबा हटाकर मार्ग को बहाल कर दिया। चंबा मंडल में सड़क मार्ग को बहाल करने के लिए मशीनरी का भी प्रावधान किया गया है। अगर बारिश के दौरान किसी मार्ग पर ज्यादा भूस्खलन होता है, मशीनरी से मार्ग को खोला जाएगा। लोनिवि के अधिशासी अभियंता एमके मिन्हास ने बताया कि चंबा-बैरागढ़ मार्ग सुक्राली के समीप बंद हुआ था। मार्ग छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया है। उधर, सलूणी मंडल के अधिशासी अभियंता दिवाकर पठानिया ने बताया कि सूलणी क्षेत्र में किसी मार्ग पर यातायात बाधित नहीं हुआ है। विभाग के अधीक्षण अभियंता आरके सूद ने बताया कि विभाग ने बरसात के मौसम से निपटने की भी तैयारियां कर ली हैं। भूस्खलन संभावित स्थलों पर पहले से लेबर तैनात करने के आदेश दिए गए हैं।

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