चंबा(टिहरी)। गलती करे कोई और भुगते कोई। यह जुमला स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सटीक बैठता है। मामला है प्रखंड के पलास गांव का। चिकित्सकों ने एक बच्चे की हाथ की हड्डी टूटने पर गलत ढंग से प्लास्टर बांध दिया। अब चिकित्सक परिजनों को आपरेशन की सलाह दे रहे हैं।
चंबा प्रखंड के पलास गांव के बुद्धि सिंह राणा का आठ वर्षीय पुत्र रविंद्र राणा घर के आंगन में खेलने के दौरान गिर गया। जिससे उसकी दांये हाथ की हड्डी टूट गई। नरेंद्रनगर अस्पताल में चिकित्सकों ने बच्चे के हाथ पर प्लास्टर बांध दिया। एक माह बाद डाक्टरों ने प्लास्टर खोला तो बच्चे को हाथ ऊपर-नीचे करने में परेशानी महसूस हुई। जिस पर एक्स-रे करवाने पर पता चला कि हाथ की हड्डी टेढी जुड़ी है। अब डाक्टर आपरेशन करने को कहा है। गांठ में पैसा न होने से परिजन मायूस होकर घर लौट गए।
चिकित्सकों की लापरवाही से बच्चे का हाथ टेड़ा जुड़ गया। इसे सही करने के लिए डाक्टर हाथ में रोड़ और प्लेट डालकर आपरेशन की बात कह रहे हैं। दो वक्त की रोटी के लिए किसी तरह जुगाड़ किया जाता है। ऐसे में इलाज के लिए पैसा कहां से आएगा। -बुद्धि सिंह राणा पलास निवासी।
कई बार हड्डी पूरी तरह से नहीं जुड़ पाती है। इसमें जो कमी रह गई है, उसे ठीक करने के लिए दवाइयां दी गई है। मरीज को एक सप्ताह बाद दिखाने को कहा गया है। जो कमियां होंगी उसे ठीक करने का प्रयास करेंगे। -डा. एमपी सिंह, श्रीदेव सुमन संयुक्त चिकित्सालय नरेंद्रनगर।