

- कोरोना वायरस को लेकर हिमाचल में कर्फ्यू का तीसरा दिन
- कर्फ्यू में रोज मिलेगी छह घंटे की ढील
- खुलेंगी जरूरी वस्तुओं की दुकानें
- खाद की दुकानें भी खुली रहेंगी
- जीवन रक्षक दवाओं का उत्पादन प्रभावित नहीं होगा
- होम डिलीवरी की संभावना तलाशी जाएगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को कम से कम असुविधा हो, इसलिए उन्होंने उपायुक्तों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि हर व्यक्ति आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी कर पाए। यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि कर्फ्यू में छूट की अवधि के दौरान लोगों के मध्य उचित सामाजिक दूरी बनी रहे और लोग इस अवधि में अकारण बाहर न निकलें।
इसके अलावा कर्मचारी अपना स्थान न छोड़ें, क्योंकि उन्हें किसी भी समय ड्यूटी पर बुला सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छूट के दौरान किसानों और बागवानों के लिए खाद भी उपलब्ध करवाई जाएंगी। लोगों की सुविधा के लिए 104 और 1077 हेल्पलाइन शुरू की है। छूट के दौरान घर से एक व्यक्ति को ही आवश्यक वस्तुओं की खरीद के लिए बाहर आने की इजाजत होगी।
शिमला जिले में खुली रहेंगी बैंकों की सभी शाखाएं
जिला शिमला में शुक्रवार से सभी बैंक शाखाएं खुली रहेंगी। 24 मार्च को उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने जिला शिमला में मुख्य बैंक शाखाओं को ही सिर्फ जिला मुख्यालय और उपमंडल स्तर पर खोलने के आदेश जारी किए थे। वीरवार को हुई बैठक में पुराने आदेश को वापस लेते हुए शुक्रवार से सभी शाखाएं खोलने के आदेश दिए हैं।
लोगों से आग्रह किया कि वे उचित सामाजिक दूरी बनाए रखें
दालों का मामला उठाएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने दालों की अधिक खरीद के लिए तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश की सरकारों से शीघ्र मामला उठाने का निर्णय लिया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रदेश में दालों की कमी न हो। प्रदेश में दूरसंचार सेवाएं प्रभावित नहीं होने दी जाएंगी। उन्होंने दूरसंचार कर्मचारियों की आवाजाही पर नरमी बरतने को कहा।
जीवन रक्षक दवाओं का उत्पादन प्रभावित न हो
2257 लोगों को निगरानी में रखा
जयराम ठाकुर ने कहा कि 2257 लोगों को निगरानी में रखा गया है, जिसमें से 636 निगरानी के 28 दिनों को पूरा कर चुके हैं। कोविड19 के लिए 34 व्यक्तियों की जांच आज की गई है और सभी नेगेटिव पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के लिए राज्य में अब तक 133 व्यक्तियों की जांच की जा चुकी है।
होम डिलीवरी की संभावना तलाशी जाएगी
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इस वायरस से निपटने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में लोगों को जागृत करने के अलावा कोविड 19 के खतरे से निपटने के लिए सभी प्रयास सुनिश्चित कर रहा है। पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि कर्फ्यू में ढील के दौरान सामाजिक दूरी की प्रभावी ढंग से निगरानी करने में पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरतेगी।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज कुमार, प्रमुख सचिव ओंकार शर्मा, सचिव रजनीश और देवेश कुमार तथा निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क हरबंस सिंह ब्रास्कॉन शामिल हुए। इससे पहले दिन के दौरान, विशेष सचिव, स्वास्थ्य निपुण जिंदल ने राज्य के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और चिकित्सा अधीक्षकों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की, जिसमें राज्य में कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में फीडबैक लिया।
कोरोना से निपटने को एसजेवीएन देगा एक करोड़
उन्होंने बताया कि इसके अलावा एसजेवीएन के कर्मचारी भी कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सहयोग दे रहे हैं। सभी कर्मचारियों से अंशदान के रूप में एकत्रित की गई लगभग पच्चीस लाख की राशि का उपयोग कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कंपनी कोरोना के फैलने के खिलाफ जागृति उत्पन्न करने में अग्र भूमिका निभा रहा है। सरकारी प्रयत्नों को बल प्रदान करते हुए शिमला शहर में विभिन्न जगहों जैसे ओल्ड बस स्टैंड, बीसीएस, पंथाघाटी, मैहली तथा एसजेवीएन कारपोरेट मुख्यालय परिसर शक्ति सदन में होर्डिंग्स लगाए गए हैं।