
चुवाड़ी (चंबा)। नगर पंचायत चुवाड़ी में धड़ल्ले से दुकानें बाहरी लोगों को सबलेट हो रही हैं। इसके बावजूद नगर परिषद की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक नगर पंचायत चुवाड़ी में नप की 51 दुकानें हैं। इसमें से 10 दुकानों का गोलमाल किया गया है। नगर परिषद सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनी बैठी है। नगर पंचायत ने 40 रुपए से लेकर 900 रुपए तक की दुकानें किराए पर दे रखी हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि नप ने दुकानें स्थानीय बाशिंदों को न देकर बाहरी राज्यों के लोगों को दे रखी है। बाद में इन दुकानों की सबलेटिंग भी हो गई है। कुछ दुकानें लाखों रुपए में दी गई है। लाखों में बिकी इन दुकानों का कोई लिखित समझौता तक नहीं है। यह रिवायत सालो से चल रही है, लेकिन कोई कानूनी कार्रवाई न होने के कारण इस गोरख धंधे में संलिप्त लोगों के हौसले बुलंद हो चुके हैं। जरूरतमंदों को न मिलकर दुकानें पैसे वालों को दी जा रही है। इस संदर्भ में नगर पंचायत के कार्यकारी अधिकारी आरएस वर्मा ने बताया कि ऐसा मामला उनके ध्यान में नहीं आया है। अगर ऐसा है तो कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। नपं की दुकानें स्थानीय जरूरतमंद लोगों को मिलनी जरूरी हैं।
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तो ऐसे होती है डील
सूत्र बताते हैं कि दुकानें सबलैट करने में नपं के नियमों का फायदा उठाया जाता है। पुराना किराएदार प्रार्थनापत्र देता है कि स्वास्थ्य कारणों से या अन्य किसी कारणवश वह दुकान करने में असमर्थ है। साथ ही वह दूसरे व्यक्ति का नाम देकर उसे किराएदार बनाने की बात लिखता है। इस पर नपं का किराएदार बदल जाता है और अंदरखाते लाखों की सौदेबाजी को बिना किसी पचड़े के कानूनी आधार मिल जाता है।