किन्नौर में पीछा नहीं छोड़ रहीं मुसीबतें

सांगला (किन्नौर)। किन्नौर में मुसीबतें लोगों का पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रही हैं। अभी पिछली बर्फबारी से ठप जनजीवन पटरी पर नहीं लौटा था कि दोबारा बर्फबारी से जीवन की रफ्तार थम गई है।
यहां सड़क, बिजली और पानी ठप है। लाल ढांक में सड़क अवरुद्ध होने से जहां रिकांगपिओ मुख्यालय का अन्य क्षेत्रों से संपर्क कट गया है, वहीं यहां शुक्रवार रात से बिजली भी गुल है। ताजा हिमपात से पूरे जिले में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। इसके चलते लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है।
लाल ढांक में शुक्रवार रात पहाड़ी से भारी भरकम चट्टानें एनएच पर खिसक कर आ गिरीं, जिससे एनएच अवरुद्ध हो गया। जिला मुख्यालय रिकांगपिओ का संपर्क दूसरे क्षेत्रों से पूरी तरह से कट गया है। रिकांगपिओ की ओर एनएच पर रामपुर से सिर्फ टापरी तक ही बसें चल रही हैं। सीमा सड़क संगठन के ओसी एचआर वनराज ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि सड़क बहाल करने को मशीनों समेत मजदूर तैनात कर दिए गए हैं। उन्होंने दावा किया कि जल्द सड़क खोलने के प्रयास किए जाएंगे। पूह की ओर पांगी और खारो के बीच बंद सौ मीटर एनएच बहाली का कार्य भी युद्धस्तर पर चल रहा है।
परिवहन निगम के अड्डा प्रभारी वीरचंद राय ने बताया कि हमीरपुर, हरिद्वार, चंडीगढ़ और धर्मशाला के लिए टापरी से बसें भेजी गईं। रिकांगपिओ मुख्यालय तक बसें नहीं पहुंच रही हैं। जबकि, संपर्क सड़कों पर पहले से ही बसें बंद हैं। बर्फबारी से रिकांगपिओ, सांगला समेत पूह के कई इलाकों में बिजली गुल हो गई है।
यहां साठ सेंटीमीटर तक हिमपात
जानकारी के मुताबिक जिला मुख्यालय रिकांगपिओ समेत कल्पा, सांगला, छितकुल, नाको, कोठी, युवारंगी, तेलंगी, ख्वांगी, पोवारी, दुनी, पांगी, रोधी, निचार, पानवी, रामनी, जानी, पूनंग, चगांव, उरनी, यूला, मीरू, छोटा कंबा, बड़ा कंबा, रूपी, तरांडा, नाथपा, कंडार, भावा वैली, किल्बा, सापनी, बटूरी, शोंग, ब्रुआ, चांसू, कुप्पा, कामरू, थैमगारंग, बटसेरी, रकछम, रारंग, रिब्बा, रिस्पा, खादरा, मूरंग, जंगी, ठंगी, लांबर, कुनो चारंग, लिप्पा, आसरंग, स्पीलो, कानम, लाबरंग, नेसंग, रोपा वैली, पूह डुबलिंग, नमज्ञा, खाब, हांगो, चुलिंग, लियो, यंगथंग, चांगो, शलखर और सुमरा में करीब 60 सेंमी तक ताजा बर्फ पड़ी है।

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