कार्यालय भी नहीं नगर पंचायत के पास

कपकोट। नगर पंचायत की सामान्य बैठक में पेयजल और सड़कों से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा हुई। सबसे पहले नगर पंचायत कार्यालय की समस्या पर चर्चा हुई इसके लिए किराए का भवन तलाशने का निर्णय लिया गया। नगर के विकास के लिए मतभेद त्यागकर काम करने पर जोर दिया गया।
तहसील सभागार में नगर पंचायत की बैठक अध्यक्ष चंपा देवी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। सदस्यों ने नगर क्षेत्र में सड़कों की दशा सुधारने के लिए लोनिवि से ठोस योजना बनाने की मांग की। बारिश के दौरान सड़कों को दुरुस्त रखने पर जोर दिया गया। कपकोट में पेयजल व्यवस्था ठीक रखने के लिए योजनाओं के नियमित रखरखाव पर भी जोर दिया गया। सदस्यों ने कहा कि नगर पंचायत की गतिविधियां शुरू करने के लिए सबसे कार्यालय भवन की व्यवस्था करनी होगी। इसके लिए भूमि और धन की व्यवस्था होने तक किराए का भवन तलाश किया जाएगा। सदस्य ने कहा कि इस कार्य में देरी के कारण विकास की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पा रही है। इसके साथ पंचायत के प्रशासनिक ढांचे के लिए आवश्यक सुविधाएं जुटानी होंगी। अध्यक्ष चंपा देवी ने कहा कि कार्यालय के लिए भवन का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। वहां से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। इस अवसर पर सभासद बलवंत कपकोटी, गिरीश जोशी, दीपा तिरुवा, नरेंद्र राम, कमला ऐंठानी, सरस्वती देवी, हेमचंद्र पांडे आदि ने विचार रखे। संचालन राज्स सभा सांसद भगत सिंह कोश्यारी के प्रतिनिधि दयाल ऐंठानी ने किया।

कार्यालय की व्यवस्था नहीं होने से निराशा
कपकोट। उक्रांद के जिला महामंत्री शेर सिंह ऐंठानी ने कहा है कि कपकोट में नगर पंचायत का गठन होने के 45 दिन बाद भी कार्यालय भवन की व्यवस्था नहीं हो सकी है। जबकि लोगों को नगर पंचायत से काफी अपेक्षाएं थीं। इस ढिलाई के कारण लोगों में निराशा है।

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