
हरिद्वार। पहले घरों में चूल्हा-चौका कर पैठ बनाई और बाद में खुद को देवी का रूप बताकर महिलाओं का विश्वास जीत लिया। झाडू़-पोंछा करते-करते साध्वी बनी कामवाली रामनगर और आर्यनगर की कई महिलाओं से लाखों की जेवर और नकदी लेकर फुर्र हो गई। ठगे जाने का पता चलने पर महिलाओं ने ज्वालापुर कोतवाली में शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस ने बताया कि करीब दो साल पहले राम नगर में 45 वर्षीय एक महिला घरों में झाडू़ पोंछा करने आई थी। रामनगर में ही वह किराए पर रहने लगी। शुरू में वह पहले एक-दो घरों में ही काम करती थी। लेकिन जल्द ही अपने मृदुल स्वभाव और चटखारेदार खाना बनाने के हुनर ने उसे महिलाओं के बीच लोकप्रिय बना दिया। घरेलू महिलाओं से वह धर्म और कर्मकांड की भी बातें करती रहती थी। पीड़ित महिलाओं ने पुलिस को बताया कि कामवाली महिला ने एक दिन माता की चौकी लगा ली और अपने को देवी का रूप बताने लगी। कुछ महिलाएं उसके पास टोेने-टोटके कराने के लिए पहुंचने लगीं। इन महिलाओं से उसने घर के जेवर और नगदी अपने पास नहीं रखने को कहा। ऐसा न करने पर उन्हें बड़ी विपदा आने का भय दिखा दिया। भयभीत महिलाएं कामवाली के झांसे में आ गईं और करीब चौदह महिलाओं ने लाखों रुपये के जेवर और नगदी उसके पास रख दीं। कुछ दिनों तक सारा सामान उसके पास ही रखा रहा। फिर एकदिन कामवाली सारा रुपया-पैसा और जेवर समेटकर चुपचाप रफूचक्कर हो गई। ठगे जाने के बाद महिलाओं ने उसकी खोजबीन की, लेकिन कामवाली का सुराग नहीं लग पाया है। पीड़ित महिलाओं ने ज्वालापुर पुलिस से शिकायत मामले की शिकायत की है। एसएसआई अनुज सिंह ने बताया कि कुछ महिलाएं ठगी की शिकायत लेकर आई हैं। मामले की जांच की जा रही है