कमजोर न समझो, नारी बन जाती है चिंगारी’

बिलासपुर। बिलासपुर लेखक संघ की नियमित मासिक संगोष्ठी श्री श्री 1008 कालेज बाबा के नगर कल्याण आश्रम में आयोजित की गई। अध्यक्षता स्वतंत्रता सेनानी कन्हैया लाल दबड़ा ने की। कार्यक्रम का संचालन संघ के अध्यक्ष रोशन लाल शर्मा ने किया। इस दौरान विभिन्न साहित्यकारों ने
बेटी पर केंद्रित इस काव्य गोष्ठी में विद्वान नरैणू राम हितैषी ने कहा कि बेटी अनमोल कहते हैं सब लोग, बेटी जन्म ले मेरे घर ऐसे कौन हैं लोग। रवि सांख्यान ने कमजोर न समझो नारी, नारी बन जाती है चिंगारी, घुमारवीं से शिक्षाविद् प्रेम टेसू ने बेटी है अनमोल, इसे नफरत, अपमान के तराजू में न तोल, उपनिदेशक शिक्षा सुशील पुंडीर ने नहीं है इसका कोई मोल मेरे देश में, बेटी है अनमोल, जीवन बत्रा ने ऐ मानव तुझे पहले बनना होगा इंसान, वरना दुनिया से तेरा मिट जाएगा नामोनिशान, कुमारी ईशा ने जेल पीछे जेल, जिंदगी बन चुकी है जेल, जावेद इकबाल ने तू खुदा नहीं जो, लश्करी राम ने काले बाबा की महिमा पर यूं सुनाई भला ओ बाबा कल्याण दास, कवि दिनेश कुमार ने अब भी घिसी पिटी और जंग लगी विचारों में, सेवानिवृत्त शिक्षक बीडी लखनपाल ने जब तक है तू, तब तक है तेरा प्यार, प्रधानाचार्य जीत राम सुमन ने विदाईयां रे, लेखराम शर्मा ने लड़की हूं जग की चाहत हूं, सुरेंद्र मिन्हास ने आत्म रक्षा के गुर सीख रही बेटियां, जूडो कराटे सीख रही बेटियां, रोशन लाल शर्मा ने इस पुरुष प्रधान समाज को बनाती हैं बेटियां, अंत में स्वतंत्रता सेनानी कन्हैया लाल दबड़ा ने कविता सुनाई।

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