
नई दिल्ली
राजधानी के सभी कंटेन्मेंट जोन में दिल्ली सरकार अब ड्रोन और आईपी कैमरे से निगरानी रखेगी। इससे वास्तविक समय पर नियमों का पालन कराना आसान होगा। साथ ही, इन इलाकों में सौ फीसदी टेस्टिंग कराई जाए। उपराज्यपाल अनिल बैजल ने संबंधित अधिकारियों को इसके निर्देश दिए।
मंगलवार को उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन व जिला स्तरीय अधिकारियों तक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग की। इस दौरान लॉकडाउन प्रभावी तौर पर लागू करने व कंटेन्मेंट जोन के प्रबंधन पर बात हुई।
उपराज्यपाल ने जोर देकर कहा कि कंटेन्मेंट जोन की प्रभावी निगरानी जरूरी है, ताकि जोन के अंदर लोगों के मिलने-जुलने व भीड़भाड़ पर रोक लगाई जा सके। इसके लिए जिला अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे जोन के अंदर ड्रोन, आईपी कैमरे समेत सोशल मीडिया प्लेटफार्म से निगरानी कराएं।
इससे वास्तविक समय पर नियमों को लागू कराना संभव होगा। सभी कंटेन्मेंट जोन का नियमित रूप से सैनिटाइजेशन कराया जाए। इन इलाकों में दैनिक जरूरत के सामान की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। उपराज्यपाल ने निर्देश दिया कि जोन के अंदर सौ फीसदी टेस्टिंग जरूरी है। इससे कोरोना संक्रमण पर बेहतर तरीके से रोक लगाई जा सकेगी।
आज से पत्रकारों की भी होगी जांच
मुख्यमंत्री ने बताया कि पत्रकार इस समय फ्रंट लाइन पर काम करते हुए सभी को सही सूचनाएं पहुंचा रहे हैं। दूसरे राज्यों में टेस्ट करवाने पर पता चला कि कई पत्रकारों को कोरोना संक्रमण है। ऐसे में सरकार ने फैसला किया है कि बुधवार से सभी पत्रकारों का फ्री में टेस्ट करवाया जाएगा।
रैन बसेरों और खाद्य वितरण केंद्रों पर कराया जाए नियमों का पालन
उपराज्यपाल ने पुलिस उपायुक्त और जिला अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए वे रैन बसेरों, खाद्य वितरण केंद्रों, लंगर, आवश्यक वस्तुओं की सभी दुकानों, मदर डेयरी के बूथों, मंडियों व दवा की दुकानों पर सामाजिक दूरी के नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराएं। वहीं, घनी आबादी वाले क्षेत्रों में मोबाइल टेस्टिंग सुविधा को बढ़ावा दिया जाए।