कंगना के विवादित बयान से पंजाब भाजपा का किनारा, कहा किसी फिल्म के लिए पार्टी नहीं होगी कुर्बान

कंगना के विवादित बयान से पंजाब भाजपा का किनारा, कहा किसी फिल्म के लिए पार्टी नहीं होगी कुर्बान

कंगना भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार बनने के पहले ही दिन से भाजपा की जनता में बढ़ा रही है मुश्किलें ।  चाहे देश की आजादी का इतिहास पलटने की बात हो या किसान आंदोलन से जुड़े लोगो पर विवादित बयानबाजी हो ।  इसी कड़ी में अब पंजाब भाजपा ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है मंडी की सांसद कंगना रणाैत के किसानों को दिए बयान पर पंजाब भाजपा की तरफ से प्रतिक्रिया आई है। भारतीय जनता पार्टी के नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि किसी की फिल्म या व्यापार के लिए पार्टी को कुर्बान नहीं कर सकते हैं। एक दिन में पार्टी की विचारधारा के साथ नहीं जुड़ा जाता है। सांसद बनने से कोई लीडर नहीं बन जाता है। हर सांसद या विधायक लीडर नहीं होता है।

ग्रेवाल ने कहा कि कंगना रणौत ने किसान आंदोलन को लेकर जो भी बयान दिया, उन्होंने उसका तुरंत विरोध किया, क्योंकि यह पार्टी की विचारधारा नहीं है। ग्रेवाल ने कहा कि फिल्म बनाना उनका काम है। फिल्म को पास करना या न करना यह काम सेंसर बोर्ड का काम है, लेकिन पार्टी की विचारधारा के साथ समझौता नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वह भी पार्टी के सीनियर नेता है। उन्होंने इस मामले में सीधे ही पार्टी के राष्ट्रीय जेपी नड्डा का फोन किया था, जिसके बाद कंगना को चेतावनी पत्र जारी कर दिया था। अगर वह गलत होते तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाता।

तीन कृषि कानून अच्छे थे, लेकिन किसानों को समझा नहीं पाए

ग्रेवाल ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए तीनों कृषि कानून अच्छे थे, लेकिन वह अच्छे से किसानों को समझा नहीं पाए, जो उनकी गलती थी। एक दिन आएगा कि किसान खुद कहेंगे कि सरकार ये तीनों कृषि कानून लागू करे। किसान आंदोलन खत्म होने से 6 महीने पहले सरकार सारी मांगें मान रही थी, लेकिन किसान नेता तैयार नहीं हुए। पंजाब सरकार के खिलाफ धरना शुरू करने पर उन्होंने किसानों के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह किसानों का अच्छा कदम है, वरना यह किसान केंद्र सरकार को ही कोसते रहते थे। पहला आंदोलन जब चला था। उस समय वह किसानों के साथ खड़े थे।

सुखबीर बादल की माफी पर कहा, इससे पंजाब का भला नहीं होना

सुखबीर बादल के प्रधान पद छोड़े बिना अकाल तख्त के समक्ष पेश होकर माफी मांगने पर ग्रेवाल ने कहा कि यह सिर्फ लीपापोती है। इससे न तो पंजाब और न ही अकाली दल का भला होना है। आज यह पहले वाला अकाली दल नहीं है। आजाद उम्मीदवार अमृतपाल और सर्बजीत के चुनाव जीतने की वजह भी शिरोमणि अकाली दल है। उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (एसजीपीसी) पर भी कहा कि यह पंथ और पंजाब के हितेषी नहीं हैं।

जाखड़ से बोले- यहां बैठकर राजनीति नहीं होगी, अब गांवों में जाना होगा

ग्रेवाल ने भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ से कहा कि अब भाजपा ने ही विपक्ष का रोल निभाना है। यहां बैठकर राजनीति नहीं होगी, इसलिए गांवों में जाकर संघर्ष करने की तैयारी कर लें। ताकि पार्टी की नीतियों और विचारधारा को लोगों को बीच लेकर जा सके।

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