ओपीएस के लिए कर लिया है बजट का प्रबंध : सीएम सुखविंद्र सुक्खू

ओपीएस के लिए कर लिया है बजट का प्रबंध : सीएम सुखविंद्र सुक्खू

धर्मशाला
सीएम सुक्खू ने जयराम ठाकुर पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव से नौ माह से पहले उनकी सरकार ने 900 संस्थान खोल दिए। पूर्व सीएम ने जनता के साथ ऐसा करके अपराध किया।

पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) बहाली के लिए बजट का प्रबंध कर लिया गया है। कैबिनेट की पहली ही बैठक में बहाली के फैसले पर मुहर लगाई जाएगी। महिलाओं को हर माह 1500 रुपये देने और युवाओं को सरकारी और निजी क्षेत्र में एक लाख नौकरियां देने के फैसले पर भी पहली बैठक में मुहर लगाएंगे। धर्मशाला में जन आभार रैली में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कई बड़े एलान किया।

सीएम ने कहा कि जयराम सरकार के कार्यकाल में युवाओं के भविष्य के साथ धोखा हुआ। लाखों रुपये लेकर पेपर बेचे जा रहे थे। सीएम ने कहा कि जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (जेओए) आईटी पेपर लीक होने का पता मुझे पहले ही चल गया था। शातिरों को पकड़ने के लिए तीन दिन पहले विजिलेंस के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद जाल बिछाया गया था और हमने उनको पकड़ा। इसके बाद आयोग को भंग करने का हमने कड़ा फैसला लिया।

सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस के सभी 40 विधायक एकजुट हैं। मंत्रियों की तरह सभी विधायक काम कर रहे हैं और मुझे हर बात की जानकारी देते हैं। इसी फीडबैक के आधार पर मैंने अभी तक जनहित में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। उन्होंने कहा कि हम अधिकारियों-कर्मचारियों को बदलने नहीं, उनसे काम लेने में विश्वास रखते हैं। जो अधिकारी पहले की सरकार के समय बोलते थे कि पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो सकती, अब वही कहते हैं कि ओपीएस बहाल की जा सकती है।

जयराम सरकार ने विस चुनाव से पहले नौ माह में खोल दिए 900 संस्थान
मुख्यमंत्री सुक्खू ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव से नौ माह से पहले उनकी सरकार ने 900 संस्थान खोल दिए। पूर्व सीएम ने जनता के साथ ऐसा करके अपराध किया। इससे स्कूल में एक-एक बच्चा ही पढ़ने आता था। स्वास्थ्य संस्थान चपरासी के सहारे चलाए गए। इससे 75 वर्षों में खोले गए संस्थान भी कमजोर हुए। कांग्रेस सरकार पहले भर्तियां करेगी और उसके बाद जरूरत के हिसाब से संस्थान खोलेगी।

देश-विदेश में पढ़ाई कर अनाथ बच्चे भी बन सकेंगे डॉक्टर-इंजीनियर
सीएम सुक्खू ने कहा कि 101 करोड़ रुपये से मुख्यमंत्री सुखाश्रय सहायता कोष बनाने का फैसला लिया है। इस पैसे से अनाथ बच्चे भी डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक बनने के लिए देश-विदेश में पढ़ सकेंगे। हमारे बच्चों की तरह ही वे घूम भी सकेंगे। इसके अलावा असहाय महिलाओं और बुजुर्गों को भी मदद की जाएगी।

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