
मैहतपुर (ऊना)। वित्तमंत्री की ओर से वीरवार को पेश किए गए आम बजट में आम आदमी के लिए झुनझुने के अलावा कुछ हाथ नहीं लगा है। मध्यम वर्गीय लोगों के लिए इस बजट में न तो कोई खास राहत दी गई है और न ही किसी प्रकार की कोई सुविधा का प्रावधान है। आयकर में भी कोई बदलाव न करके वित्तमंत्री ने यथास्थिति को ही कायम रखा है। उद्योग जगत को बजट से खासी उम्मीदें थीं, लेकिन हुआ कुछ नहीं। जो जैसा पहले था, वैसा ही रखा गया है। सस्ते मोबाइल फोन खरीदने वाले मध्यम एवं निचले तबके के लोगों की वित्तमंत्री ने मुसीबत बढ़ा दी है। दो हजार रुपये से ज्यादा कीमत के सभी मोबाइल फोन महंगे होंगे। हालांकि, चमड़े का सामान तथा सूती कपड़े सस्ते कर दिए गए हैं। बजट में पांच लाख तक की आय वालों को 2 हजार कर छूट दी गई है। महिलाओं को खुश करने वाले इस बजट में वित्तमंत्री ने एक लाख तक गहनों की खरीद पर महिलाओं को छूट का प्रावधान किया है। बड़े उद्यमियों जिन की आय एक करोड़ से ज्यादा है, उन्हें अब 10 फीसदी सरचार्ज देना होगा। जिला टेक्सटेशन वार एसोसिएशन के अध्यक्ष एसडी वशिष्ठ ने कहा कि टेक्स में कोई बदलाव न करके वित्तमंत्री ने सभी वर्गों को खुश करने का प्रयास किया है। वहीं उद्योग संघ मैहतपुर के पूर्व अध्यक्ष बलराम चंदेल, पूर्व अध्यक्ष पंडित पीसी शर्मा, पूर्व महासचिव विजय लॉ, उद्यमी रामपाल शर्मा, बलतेज इंद्र सिंह समेत अन्य ने कहा कि बजट में उद्योग जगत के लिए कोई नई बात नहीं है, जिससे उद्यमी खुश हो सकें। दूसरी ओर बाथू बाथड़ी औद्योगिक संघ के अध्यक्ष पवन ठाकुर, हरोली ब्लाक औद्योगिक संघ के अध्यक्ष राकेश कौशल ने बजट को संतुलित बताया। कहा कि केंद्र सरकार ने हर वर्ग का ध्यान रखा है।