
चंबा। जिला आयुर्वेदिक अस्पताल में मूलभूत सुविधाएं मरीजों को नहीं मिल रही हैं। इस कारण मरीजों को उपचार करवाने में काफी परेशानी हो रही है। अस्पताल में अभी तक आपातकालीन सेवाएं भी शुरू नहीं हो पाई है। इसके पीछे अस्पताल में चिकित्सकों के खाली पद माना गया है। अस्पताल में मरीजों की बेहतर उपचार देने के लिए एडमिट होने की सुविधा भी है, लेकिन चिकित्सकों के पद खाली होने के कारण मरीजों को उपचार के लिए दाखिल नहीं किया गया है।
इसके अलावा स्मार्ट कार्ड योजना भी अस्पताल में अभी तक शुरू नहीं हो पाई है। पिछले दो साल से योजनाओं को सिरे चढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है, अभी तक योजना सिरे नहीं चढ़ पाई है। अस्पताल से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्मार्ट कार्ड योजना शुरू करने के लिए साफ्टवेयर डाउन लोड किया जाना है। साफ्टवेयर डाउन लोड न होने के कारण मरीजों को स्मार्ट कार्ड योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। इसके माध्यम से मरीजों को स्मार्ट कार्ड पर देसी दवाईयां मुहैया करवाई जानी थी।
वहीं आयुर्वेदिक अस्पताल भरमौर में भी मूलभूत सुविधाएं मरीजों को नहीं मिल रही है। यहां पर चिकित्सकों के पद भी खाली चल रहे हैं। इसके अलावा यहां भी इमरजेंसी सेवाएं शुरू नहीं हो पा रही है। दुर्घटना की स्थिति में आज भी जिला अस्पताल चंबा में भी मरीजाें का इलाज हो रहा है। पूरे जिला भर के आयुर्वेदिक अस्पतालों में 40 के करीब चिकित्सकों के पद खाली चल रहे हैं। जबकि 110 के करीब पद स्वीकृत है। वहीं, पैरामेडिकल स्टाफ और फार्मासिस्ट के पद भी खाली चल रहे हैं। इस वजह से भी आयुर्वेदिक अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं हांफनी शुरू हो गई हैं।
वहीं, डिप्टी डायरेक्टर सतीश कुमार शर्मा ने बताया कि आयुर्वेदिक अस्पताल चंबा और भरमौर में इमरजेंसी सेवाएं शुरू करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने के बाद अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं शुरू कर दी जाएगी। चिकित्सकों की भी इन अस्पतालों में तैनाती की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्मार्ट कार्ड योजना को भी जल्द अस्पताल शुरू किया जाएगा।