
अल्मोड़ा। जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता ने बरसात के मौसम में संभावित दैवीय आपदा से निपटने के लिए सभी अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि आपदा की घटना की जानकारी जिला और तहसीलों में स्थित आपदा कंट्रोल रूम में तत्काल दें। कंट्रोल रूम चौबीसों घंटे काम करेंगे। संबंधित अधिकारी आपदा से निपटने के लिए बनाई गई कार्ययोजना, कर्मिकों की तैनाती, मोबाइल नंबर तीन दिन के भीतर उपलब्ध कराएं।
डीएम ने बताया कि जिला मुख्यालय में आपदा नियंत्रण कक्ष की स्थापना कर दी गई है। कंट्रोल रूम का फोन नंबर 237874 है। सिंचाई विभाग के बाढ़ नियंत्रण कक्ष का फोन नंबर 230328 है। सिंचाई विभाग के अधिकारी अधीनस्थ अवर अभियंताओं को नोडल अधिकारी नामित करें। निर्देश दिए कि गत वित्तीय वर्ष में आपदाग्रस्त सिंचाई नहरों के पुनर्निर्माण कार्य का सत्यापन और जांच तीसरी पार्टी से कराएं। संवेदनशील स्थानों पर भूकटाव रोकने के प्रयास शुरू कर दें। आपदा के लिए क्रेन की व्यवस्था करने के निर्देश डीएसपी को दिए। चनौदा के पास नाले को ठीक करने और पानी निकासी की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी डीएफओ को सौंपी।
उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा-खैरना हाईवे में जौरासी और लोहाली क्षेत्र में जेसीबी की व्यवस्था करें। बंद कल्वर्ट तुरंत खुलवाएं। ताकुला और माला पुल के समीप जेसीबी की व्यवस्था करें। डीएसओ को बरसात के मौसम में खाद्यान्न, मिट्टी तेल, गैस आदि की पर्याप्त उपलब्धता, आपदा की दृष्टि से चिह्नित ग्रामों में खाद्यान्न आपूर्ति के निर्देश दिए। बैठक में एडीएम प्रशांत कुमार आर्या आदि अधिकारियों ने भाग लिया।