
आपदा के दौरान राहत कार्य में मदद करने के लिए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने 22,732 वालंटियर को प्रशिक्षण दिया है। 6 योजनाओं के अंतर्गत एसडीएमए ने युवाओं, मिस्त्रियों, रेडियो ऑपरेटरों और आपदा मित्रों को प्रशिक्षण दिया गया है। योजना के तहत हर पंचायत में 10 से 20 स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण देने की योजना है। इससे भूकंप, आग, भूस्खलन, हिमस्खलन, बाढ़ जैसी घटनाओं के दौरान स्वयंसेवक प्राथमिक उपचार और राहत कार्य कर सकेंगे।
स्वयंसेवकों को प्राथमिक चिकित्सा, बचाव कार्य, राहत सामग्री वितरण और आपदा के बाद पुनर्वास का प्रशिक्षण दिया गया है। स्वयंसेवकों को वास्तविक जीवन परिदृश्यों में कार्य करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है ताकि वे संकट के समय में संयम और कुशलता से कार्य कर सकें।
आपदा में मिलेगी मदद
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य समुदायों को अधिक आत्मनिर्भर बनाना और आपदा के समय में तेजी से प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार करना है। प्रशिक्षित स्वयंसेवक न केवल अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हैं, बल्कि वे आसपास के लोगों की भी सहायता करते हैं। इस पहल से समाज में सुरक्षित और संगठित तंत्र का निर्माण होगा, जो आपदा के समय में प्रभावी सहायता दे सकता है- डीसी राणा, निदेशक-सह-विशेष सचिव, (राजस्व और आपदा प्रबंधन)
1494 मिस्त्री संभालेंगे कमान