शिमला
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में पहली बार नेता प्रतिपक्ष को बाहर कर सदन की कार्यवाही होगी। ऐसे में जयराम सरकार के इस चौथे बजट सत्र के भी हंगामेदार रहने के आसार हैं। कांग्रेस सोमवार को सत्र के दूसरे दिन शोकोद्गार के बाद की कार्यवाही को बाधित कर सकती है। सदन में गतिरोध की स्थिति बन सकती है।
बीते शुक्रवार को बजट सत्र के पहले दिन ही जोरदार हंगामा हुआ था। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के अभिभाषण के दौरान सदन में विपक्ष ने महंगाई का विरोध किया था। राज्यपाल ने पूरा अभिभाषण नहीं पढ़ा तो विपक्ष ने परिसर में उनकी गाड़ी रोक ली। इस बीच दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की भी हो गई। स्पीकर विपिन सिंह परमार ने बैठक बुलाई लेकिन विपक्ष हाजिर नहीं हुआ।
राज्यपाल से ठीक व्यवहार नहीं करने पर नेता प्रतिपक्ष समेत पांच अन्य विधायकों को पूरे सत्र के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया है। इससे विपक्षी कांग्रेस पार्टी भड़क उठी है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस सोमवार को फिर आक्रामक नजर आएगी। सदन की दूसरे दिन की कार्यवाही के शुरू होने से पहले स्पीकर सर्वदलीय बैठक बुलाकर शांतिपूर्ण कार्यवाही की अपील कर सकते हैं।
आठ पूर्व सदस्यों के देहांत पर आज लंबा चलेगा शोकोद्गार
सोमवार को सदन की कार्यवाही दो बजे शुरू होगी। पिछले मानसून सत्र से अब तक आठ पूर्व सदस्यों के देहांत पर सदन की बैठक शोकोद्गार से आरंभ होगी। इसमें पूर्व सदस्यों मेला राम सावर, रणजीत सिंह बख्शी, कुमारी श्यामा शर्मा, चंद्रसेन ठाकुर, रघुराज, तुलसी राम शर्मा, ओंकार चंद और विधायक सुजान सिंह पठानिया के देहांत पर शोकोद्गार होगा। शोकोद्गार के बाद प्रश्नकाल भी प्रस्तावित है। इसके बाद अनुपूरक बजट को पेश कर इसके पारण का प्रस्ताव रखा जाएगा। फिर बजट पर चर्चा शुरू होगी।
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