
मनाली। कुल्लू-मनाली में खस्ताहाल सड़कों और बंद पड़ी हवाई सेवाओं को लेकर देवभूमि के पर्र्यटन व्यवसायी लामबंद हो गए हैं। कुल्लू-मनाली के सभी गैर सरकारी संगठनों ने उपरोक्त मुद्दों पर गहरी चिंता जताई है। मनाली होटलियर एसोसिएशन के सौजन्य से आयोजित इस बैठक में जिला कुल्लू के 16 पर्यटन संगठनों ने शिरकत की। सभी संगठनों ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर कुल्लूू-मनाली कि अनदेखी का आरोप लगाया। साथ ही पर्यटन कारोबार को चौपट करने की साजिश रचने की बात कही।
मनाली होटलियर एसोसिएशन के प्रधान अनूप ठाकुर ने कहा कि लोक निर्माण विभाग पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों के लिए सड़कों के निर्माण में एक ही मापदंड अपना रही है। इस कारण यहां की सड़कें बनने से पहले ही खराब हो जाती हैं। एसोसिएशन के सदस्य देवेंद्र नेगी ने सड़काें की हालत पर चिंता जताते हुए कहा कि 1980 से लेकर कुल्लू-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग कि हालत जस की तस है। मनाली आने वाले पर्यटकों से ग्रीन टैक्स के रूप में पैसा लिया जाता है लेकिन वह पैसा यहां कि मूलभूत सुविधाएं जुटाने के लिए खर्च नहीं किया जा रहा है।
मनाली नगर परिषद के अध्यक्ष रूप चंद नेगी ने कहा कि मनाली में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार के साथ स्थानीय लोगों को भी अपना योगदान देना चाहिए। सेवा निवृत्त वन मंडल अधिकारी मान चंद ठाकुर ने कहा कि मनाली में अनेक ऐसे पर्यटन स्थल है जहां अभी पर्यटन नहीें पहुंच पा रहे हैं। होटलियर एसोसिएशन के मुख्य सलाहकार गौत्तम ठाकुर ने कहा कि सड़कों की हालत जल्द ठीक करने और पर्यटन सीजन से पहले हवाई सेवाएं बहाल करने के लिए शिमला और दिल्ली जाने के लिए भी तैयार हैं। इस मौके पर पर्यटन मंच का गठन कर अनूप ठाकुर को अध्यक्ष चुना गया। बैठक 14 अप्रैल को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के कुल्लू आगमन पर इन समस्याओं के बारे में अवगत कराने का फैसला लिया गया। बैठक में साफ किया गया की यदि 30 अप्रैल तक हालत नहीं सुधरी तो कुल्लू जिले के सभी संगठन आंदोलन करने से भी गुरेज नहीं करेंगे।