
नई दिल्ली
अब दिल्ली का सफदरजंग अस्पताल कोरोना वायरस का नया हॉटस्पॉट बना है। पिछले सात दिन में यहां चार स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 150 से ज्यादा लोग एक-दूसरे के संपर्क में आने की वजह से संदिग्ध हैं। फिलहाल, प्रसूति रोग विभाग की एचडी यूनिट को बंद कर दिया है। मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया है। प्रसूति रोग वार्ड और लेबर रूम में मौजूद गर्भवती महिलाएं, जच्चा-बच्चा की जांच भी कराई जा सकती है।
इससे पहले भी सफदरजंग में दो और डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें एक कोविड ब्लॉक में कोरोना मरीजों की उपचार टीम में शामिल था, जबकि बाकी संक्रमित स्वास्थ्य कर्मचारियों का कोरोना मरीजों से सीधा सरोकार नहीं रहा है। हालांकि, सफदरजंग अस्पताल के प्रवक्ता व चिकित्सीय अधीक्षक से इस बात कोई अधिकारिक जवाब नहीं मिला।
बताया जा रहा है कि सफदरजंग के प्रसूति रोग विभाग की एचडी यूनिट में कार्यरत एक सीनियर रेजीडेंट रात में ड्यूटी के वक्त खांसी व बुखार ग्रस्त थी। यूनिट में ही मौजूद नर्स ने उन्हें आराम करने के लिए कहा, लेकिन डॉक्टर ने इसे नजरअंदाज कर ड्यूटी करती रही। इस दौरान डॉक्टर ने प्रसूति रोग विभाग की एचडी यूनिट के अलावा लेबर रूम, ऑपरेशन थियेटर और प्रसूति रोग वार्ड में भी विजिट किया।
ऐसे शुरू हुआ सिलसिला
24 घंटे की लगातार ड्यूटी के बाद जब रेजीडेंट डॉक्टर को घर जाने का समय मिला तो वह तीन दिन तक बुखार में रही। अस्पताल आने पर उसने अपनी जांच कराई तो वह कोरोना संक्रमित मिली। इसी बीच एचडी यूनिट में ही उस रात तैनात नर्सिंग अधिकारी भी जांच में कोरोना संक्रमित मिली। 19 अप्रैल को सीनियर रेजीडेंट के संपर्क में आई जूनियर डॉक्टर संक्रमित हुई। इस जूनियर डॉक्टर से संपर्क में आई नर्सिंग अर्दली भी संक्रमित मिली है।
डीटीसी रूट नंबर 14 पर रेड अलर्ट
संक्रमित नर्सिंग अधिकारी दिल्ली के छतरपुर इलाके में रहती हैं। अस्पताल आने-जाने के लिए इन दिनों डीटीसी की सेवा दी गई है। इसे डीटीसी रूट नंबर 14 के नाम से अस्पताल में जानते हैं। नर्सिंग अधिकारी के संक्रमित मिलने के बाद इस रूट पर प्रतिदिन आने-जाने वाले लोगों की बुधवार से जांच शुरू की गई। अस्पताल से दिल्ली के 16 रूट पर डीटीसी सेवाएं चल रही हैं। हर रूट पर बस में सुबह-शाम आते-जाते वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए 25 से ज्यादा कर्मचारी नहीं होते हैं। ऐसे में आशंका है कि रूट नंबर 14 पर चलने वाले 100 से 150 लोगों की जांच होगी।
दो बड़े मामले ये भी
-दिलशाद गार्डन के एल ब्लॉक में एक महिला से 10 लोग संक्रमित हुए थे। इसमें एक मोहल्ला क्लीनिक का डॉक्टर शामिल था। इस डॉक्टर से उसकी पत्नी और बच्ची भी संक्रमित हुई थी।
-दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान में एक महिला रेजीडेंट डॉक्टर से 18 नर्स संपर्क में आने के बाद संक्रमित हुईं। कैंसर के चार मरीज, एक सुरक्षा गार्ड, एक तीमारदार एक-दूसरे से संपर्क में आने के बाद संक्रमित हुए। 18 में से एक गर्भवती नर्स से उसके दो वर्षीय बेटे को संक्रमण हुआ। दो कैंसर मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि बाकी अस्पताल में भर्ती हैं।
यहां के 57 स्वास्थ्यकर्मी क्वारंटीन
सफदरजंग अस्पताल की तरह दिल्ली के डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल में एक संक्रमित महिला की मौत के बाद 57 स्वास्थ्य कर्मचारियों को क्वारंटीन करना पड़ा। इसमें एक स्पेशलिस्ट डाक्टर, 1 मेडिकल ऑफिसर, 6 सीनियर रेजिडेंट, 3 रेजिडेंट, 10 जुनियर रेजिडेंट, 28 नर्सिंग ऑफिसर, 1 डायलिसिस करने वाला कर्मचारी, 1 ईसीजी करने वाला कर्मचारी और 8 नर्सिंग अर्दली शामिल हैं। इन सभी की जांच बृहस्पतिवार से शुरू होगी। 16 अप्रैल की सुबह साढ़े 11 बजे ई ब्लॉक जहांगीरपुरी से 40 वर्षीय निवासी महिला सामान्य समस्या बताकर अस्पताल में भर्ती हुई थी, जिसे मेडिसिन वार्ड-1 में भर्ती किया। उसने डॉक्टरों से काफी कुछ छिपाया, जिस कारण अस्पताल में सामान्य मरीजों की तरह उपचार किया गया। महिला ने 18 अप्रैल शाम 4 बजे दम तोड़ दिया। इसके बाद रिपोर्ट आने पर प्रबंधन के होश ही उड़ गए।