सतौन (सिरमौर)। पांवटा-शिलाई राष्ट्रीय राजमार्ग के विस्तारीकरण का कार्य करने में जुटी कंपनी की लापरवाही दो हजार लोगों को भारी पड़ गई है। सतौन के लिए आपूर्ति करने वाली पेयजल योजनाएं टूट गईं हैं। इससे पिछले दो दिन से सतौन में दो हजार लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं।
दरअसल, पांवटा-शिलाई राष्ट्रीय राजमार्ग पर कार्य कर रही निजी कंपनी ने सतौन में स्कूल मोड़ के समीप अवैध डंपिंग कर दी है। नाले में मलबा गिरने के कारण नीचे से गुजर रही पेयजल योजनाओं की पाइपलाइन पूरी तरह से तहस-नहस हो गई है। इसके बाद सतौन में पेयजल की आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है।
ग्रामीण प्रेम तोमर, वीरेंद्र शर्मा, पंकज शर्मा, कुलदीप शर्मा और नरेश चौहान आदि ने बताया कि सतौन में पेयजल के 650 कनेक्शन हैं। उन्होंने बताया कि तिलगनी खड्ड से दो पेयजल योजनाओं के माध्यम से सतौन में पानी की आपूर्ति होती है। पुरानी और नई दोनों ही योजनाओं के पाइप टूटने से पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। पानी न मिलने से ग्रामीणों को भारी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।
जल शक्ति विभाग के कनिष्ठ अभियंता रघुबीर चौहान ने बताया कि एनएच सड़क से मलबा आने से पाइप टूटे हैं। करीब 100 मीटर पेयजल पाइप लाइन टूटी है। इसे ठीक करने में दो से तीन दिन का समय लग सकता है। एनएच विभाग की लापरवाही को लेकर रिपोर्ट दे दी गई है।