अफसरों की धीमी कार्य संस्कृति से मंत्री नाराज

लोहाघाट। पेयजल और विद्यालयी शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने अधिकारियों की धीमी कार्य संस्कृति पर नाराजगी जताई। उनके लिए समयबद्ध कार्यक्रम निर्धारित किया। एनेक्सी भवन में अधिकारियों की बैठक में उन्होंने लोहाघाट के लिए प्रस्तावित लिफ्ट पेयजल योजना की डीपीआर इस माह के अंत तक भेजने, क्षेत्र में पेयजल से अभावग्रस्त स्थानों में हैंडपंप लगाने के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने सीईओ को शिक्षकों की तात्कालिक प्रभाव से संबद्धता समाप्त करने का भी कड़ा निर्देश दिया। जिले के जिन 27 विद्यालयों में पेयजल का अभाव है वहां जल निगम प्राथमिकता के आधार पर जलापूर्ति करेगा।
श्री नैथानी ने कहा कि शिक्षा विभाग पर भारी भरकम धनराशि व्यय होने के बावजूद भी बच्चों को उसका लाभ नहीं मिल रहा है। मोटी पगार लेने के बावजूद जो शिक्षक समय से विद्यालय नहीं पहुंच रहे हैं। उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने जनप्रतिनिधियों के पत्रों को महत्व देने पर जोर देते हुए कहा कि उस पर कार्यवाही भी की जानी चाहिए। कबीना मंत्री ने बगैर छात्र संख्या वाले प्राथमिक विद्यालय नरसिंह डांडा के पसाम में 10 लाख रुपये लागत से बनाए गए भवन की जांच करने का भी निर्देश दिया। इस अवसर पर ठेकेदारों ने जिला योजना में विभागीय कम बजट मिलने से पैदा हुई समस्या पर भी उनका ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने मानसरोवर यात्रा मार्ग में पेयजल सुविधा दिए जाने पर विशेष जोर दिया। बैठक में सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।

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